झारखंड पुलिस की बडी कामयाबी, देवघर में दस साइबर अपराधी गिरफ्तार

आरोपियों ने बताया कि विभिन्न बैंकों के अधिकारी बनकर लोगों को कॉल कर वे लोग ठगी करते हैं। केवाईसी अपडेट का झांसा देकर बैंक की सारी जानकारी हासिल कर लोगों के खाते में रखे रकम को मिनटों में खाली कर देते हैं।

देवघर। झारखंड में देवघर जिले में बुधवार को विभिन्न गांवों में छापेमारी कर पुलिस ने ग्यारह मोबाइल फोन, सिम कार्ड, नकदी आदि के साथ दस साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। देवघर (Deoghar) जिला अंतर्गत सारवां थाना और मधुपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में साइबर थाने की पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान 2 इंटर स्टेट साइबर क्रिमिनल समेत 10 आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 8000 रुपये समेत एक लैपटॉप, 11 मोबाइल, 18 सिम कार्ड, 4 पासबुक, एक बाईक और 10 एटीएम कार्ड बरामद किया। इस बात की जानकारी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने पत्रकारों को दी।

देवघर के पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा (SP Ashwini Kumar Sinha) ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि उन्हें मिली गुप्त सूचना के आधार पर जिले के सारवां थाना और मधुपुर थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में छापामारी कर कुल दस साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान चंदन कुमार (19) ग्राम-सरपत्ता, उत्तम कुमार ((19) ग्राम-खेरवा, चुन्नू कुमार (27), शेखर मंडल (20) दोनों ग्राम-गोंदलवारी, बबलू कुमार दास(19), अनिल कुमार दास (21) दोनों भाई, प्रमोद कुमार (19) तीनों ग्राम हेठ सरपत्ता, सभी थाना सारवां, उप्पो कुमार दास (21) ग्राम- भेडवा, थाना मधुपुर, के अलावा मतीन अंसारी (29) और सराफत अंसारी (24), दोनों ग्राम- ढोढरी, थाना-सिमुलतला, जिला- जमुई (बिहार) के रूप में पहचापन की गयी है।

गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल के पास से बरामद मोबाइल में अपराध से सबंधित काफी साक्ष्य मिले हैं। वहीं, उनलोगों के बरामद पासबुक से संदिग्ध ट्रांजेक्शन के भी साक्ष्य पाये गये हैं। मामले को लेकर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। कोविड जांच के बाद गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल को कोर्ट में पेश कराया जायेगा, फिर कोर्ट के निर्देश पर इन सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जायेगा।

एसपी ने जानकारी देते हुए कहा कि गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल अलग-अलग तरीके से झांसे देकर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा ले रहे हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि विभिन्न बैंकों के अधिकारी बनकर लोगों को कॉल कर वे लोग ठगी करते हैं। केवाईसी अपडेट का झांसा देकर बैंक की सारी जानकारी हासिल कर लोगों के खाते में रखे रकम को मिनटों में खाली कर देते हैं।