गुवाहटी। असम विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिल गया। असम में भारतीय जनता पार्टी के बड़े पैमाने पर बुनियादी ढाँचे पर ध्यान दिया और बड़ा परिवर्तन करके और जातीय राजनीति से दूर रहकर राज्य के बदले हुए रवैये ने सत्तारूढ़ पार्टी को राज्य में निर्णायक बढ़त हासिल करने में मदद की है। बड़े पैमाने पर पुलों, सड़कों, अस्पतालों और शिक्षा संस्थानों सहित इन्फ्रास्टकचर परिवर्तन, भाजपा की इस जीत की प्रमुख वजह और राज्य में दिखाई देने वाले परिवर्तन का हिस्सा हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी शुभकामनाओं में कहा कि शांति, सुशासन व विकास की राजनीति को पुनः चुनने के लिए असम की जनता का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ। श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार पूरी लगन से असम में अपनी कल्याणकारी नीतियों से लोगों के जीवनस्तर को उठाने व उनकी सुरक्षा और समृद्धि के लिए निरंतर कटिबद्ध रहेगी।
इस भव्य जीत पर राष्ट्रीय अध्यक्ष @JPNadda जी, @RanjeetKrDass जी, @sarbanandsonwal जी, @himantabiswa जी व सभी कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूँ। मुझे पूरा विश्वास है कि मोदी जी व नड्डा जी के नेतृत्व में प्रदेश के सब कार्यकर्ता व हमारे सहयोगी असम के विकास के लिए ऐसे ही प्रयासरत रहेंगे।
— Amit Shah (@AmitShah) May 2, 2021
असम में जिस एक नेता की चर्चा सबसे ज्यादा रही है चुनावों में वे बीजेपी के हिमंत बिस्वा सरमा हैं। सरमा को सिर्फ असम ही नहीं बल्कि पूर्वोत्तर के राज्यों में बीजेपी का चाणक्य कहा जाता है। जलुकबारी सीट से चुनाव लड़ रहे सरमा ने 1 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उत्तर-पूर्व को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए प्रयास हुए। विकास का महाकुंभ राज्य और केंद्र सरकार ने चलाया। आज हमें जो सफलता मिली, विकास की राजनीति का दौर असम में आगे बढ़ाने के लिए लोगों ने जनादेश दिया।