अररिया के सपूत सरहद पर तैनात फौजी ने क्रूर व दबंग चाचा व चचेरे भाई से तंग आकर ट्विटर पर परिवार सहित आत्महत्या करने की दी धमकी

प्रशासन के पास भी पिछ्ले कई सालों से इस समस्या के निदान हेतू बुढे माँ बाप सभी आवश्यक कागजात और जमीन का सत्यापित पेपर लेकर बारंबार जाके दर-दर भटक रहे हैं पर कोई सुनवाई नही हो पा रही है।

मामला दभड़ा पंचायत ताड़ाबाड़ी थाना अंतर्गत जिला अररिया से सामने आ रहा है।
बता दें की नरेश झा जो की इंडियन आर्मी से हैं, वर्तमान में काश्मीर के बॉर्डर पर अपने कर्तव्य पर भारत माँ व हमसभी देशवासियों की रक्षा के लिए तैनात है। परंतू उनके घर में ही सब असुरक्षित हो चूके हैं और दहशत की जिंदगी जीने के लिए मजबूर हो चूके हैं और अपने ही सगे चाचा श्री लक्ष्मीकांत झा के द्वारा निजी जमीन पर पिछ्ले 9 सालों से कब्जा के मामले मे आएदिन प्रताड़ित होते रहते हैं।इनके माता पिता अपने झोपड़ीनुमा घर मे रहते हैं।

और अब स्थिति ऐसी हो चुकी है की श्री लक्ष्मीकांत झा ने श्री नवकांत झा जो की इंडियन आर्मी नरेश झा के पिता हैं, उनके घर से निकलने वाले प्रवेश द्वारा पर ही मकान बनाना शुरु कर दिया है। रोकने पर बुढे माँ और पिता को अपशब्द से संबोधित करते हुए माड़ने तक पे तैयार हो जाते हैं।

प्रशासन के पास भी पिछ्ले कई सालों से इस समस्या के निदान हेतू बुढे माँ बाप सभी आवश्यक कागजात और जमीन का सत्यापित पेपर लेकर बारंबार जाके दर-दर भटक रहे हैं पर कोई सुनवाई नही हो पा रही है।

ताड़ाबाड़ी थाना के बड़ाबाबू अजित चौधरी के पास बुढे माँ बाप न्याय के लिये बार-बार पहुच रहे हैं, तो इनसे थाना के चपरासी के द्वारा पैसे की मांग की जाती है। बुढे बाप ने कई दफा किसी तरह पैसे का भी इंतजाम करके थाना में दिया परंतू विपक्षी पार्टी के तरफ से थानाप्रभारी को इतना ज्यादा आवभगत होती रहती है की इनके समस्या को दरकिनार कर दिया जाता है।

अररिया पूलिस अधीक्षक के पास भी न्याय की गुहार लगाई गई कई बार पर वो उल्टे कहते हैं की इसमें हम कुछ नही कर सकते, ये अंचल अधिकारी का मामला है। और जब अंचल अधिकारी के पास जाते हैं तो वो कहते हैं की ये विवाद आपके थाना से समाधान होगा।बेटा सरहद पर देश की सेवा में और बूढ़े माँ बाप घूसखोर पदाधिकारियों के महाजाल तथा क्रूर रिश्तेदारों के बीच पीस रहे हैं।

अन्ततोगत्वा इंडियन आर्मी ने आज ट्विटर के माध्यम से बिहार सरकार से गुहार लगाई है की अब यदि उनके घर का समस्या का निदान नही होता है तो वो सरहद पर ही आत्महत्या कर लेंगे और उनके बुढे माँ बाप घर ले आत्मदाह करके जिवन लीला को समाप्त कर लेंगे।

मैं आप सभी मित्रों से आग्रह करता हूँ कि इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें जिससे प्रशासन की घूसखोर कुम्भकर्णी नींद टूटे