Chhath Puja Politics : पाबंदी की परवाह नहीं, भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने यमुना किनारे की छठ की शुरुआत

जहां आस्था और राजनीति हो, वहां प्रतिबंध नहीं लागू होता है। यदि देखना है तो राजधानी दिल्ली में देख लें। भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने दल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की ओर से राजधानी के यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगाए जाने के बावजूद सोमवार को आईटीओ के निकट स्थित एक घाट पर पूजा अर्चना की।


नई दिल्ली।
राजधानी दिल्ली में पूर्वांचल वोट बैंक को साधने के लिए कोरोना महामारी के तमाम पाबंदियों पर खूब राजनीति हो रही है। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी लगातार छठ को अनुमति देने के लिए श्रेय बटोरना चाहती है, वहीं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस आप और भाजपा को कोस रही है। सोमवार को नहाय खाय के दिन छठ पर्व की शुरुआत हुई।

पश्चिमी दिल्ली के सांसद वर्मा आईटीओ के निकट स्थित एक छठ घाट पर भाजपा कार्यकर्ताओं और पूर्वांचली समाज के लोगों के साथ पहुंचे और वहां ‘पूजा-अर्चना’ की। नहाय-खाय के साथ ही आज से देशभर में छठ पूजा की शुरुआत हो गई। वर्मा ने रविवार को इस प्रतिबंध की अवहेलना कर घाट पर छठ पूजा करने के लिए कहा था। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें रोककर दिखाने की चुनौती दी थी।

यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगाए जाने के बावजूद सोमवार को आईटीओ के निकट स्थित एक घाट पर पूजा अर्चना की और सूर्य देव की आराधना वाले इस त्योहार की तैयारियों की शुरुआत की। कोविड महामारी के चलते डीडीएमए ने इस साल यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है। डीडीएमए ने प्रशासन और पुलिस को इस रोक का सख्ती से पालन करने का निर्देश भी जारी किया है। आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ डीडीएमए ने कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की बात भी कही थी।

यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस की ओर से भाजपा सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि भाजपा सांसद वहां पूजा की तैयारियों के लिए गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘यदि कोई डीडीएमए के आदेशों का 10 नवंबर को उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और सजा दी जाएगी।’’

वहीं, इस मसले पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा पूर्वांचलियों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रही है, क्योंकि वह चाहती तो उपराज्यपाल, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और मोदी सरकार को यमुना छठ घाट पर छठ पूजा की अनुमति देने के लिए राजी कर सकती थी। चौ. अनिल कुमार ने कहा कि ऐसा क्या है जो भाजपा को छठ पूजा की अनुमति देने से रोकता है? चौ. अनिल कुमार ने आप और भाजपा पार्टी के नेताओं से छठ पूजा उत्सव पर राजनीतिकरण न करने की अपील की, इसके बजाय उन्हें छठ घाटों पर छठ पूजा के आयोजन को सुविधाजनक बनाने के लिए मिलजुल कर काम करना चाहिए।