मॉस्को।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को तीन-दिवसीय दौरे पर मॉस्को पहुंचे चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग का क्रेमलिन में स्वागत किया। जिनफिंग का स्वागत करने के साथ ही पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन में जारी संकट के समाधान की चीनी राष्ट्रपति की योजना का भी स्वागत करते हैं। रूस-यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच चिनफिंग-पुतिन के बीच होने वाली बैठक को अहम माना जा रहा है। यूक्रेन पर हमले के बाद रूस को अलग-थलग करने के पश्चिमी देशों के प्रयासों के बीच जिनफिंग की उपस्थिति को पुतिन के लिए एक कूटनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है। पुतिन ने यह भी कहा कि बैठक ने अमेरिका को संदेश दिया है कि दोनों देश उन्हें कमजोर करने के प्रयासों को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा, रूस और चीन को भयभीत करने की अमेरिकी नीति लगातार उग्र और अधिक आक्रामक होती जा रही है। साथ ही उन सभी के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया जा रहा है, जो अमेरिकी फरमान के आगे नहीं झुकते हैं। वहीं, चीन और रूस ने चिनफिंग की यात्रा को दोनों देशों की मित्रता को और प्रगाढ़ करने के प्रयासों के हिस्से के रूप में वर्णित किया है।
क्रेमलिन ने यूक्रेन के लिए चीन की शांति योजना का स्वागत किया है और कहा है कि इसपर पुतिन और चिनफिंग के बीच वार्ता के दौरान चर्चा की जाएगी। दोनों राष्ट्रपतियों के बीच सोमवार को रात्रिभोज के बाद बैठक शुरू होगी।
चीन अपनी ऊर्जा आधारित अर्थव्यवस्था के लिए रूस को तेल और गैस के स्रोत के रूप में देखता है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि सोमवार की बैठक के दौरान चिनफिंग और पुतिन यूक्रेन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति मौजूदा हालात पर मॉस्को के दृष्टिकोण को लेकर भी विस्तृत विवरण दे सकते हैं। पेस्कोव ने कहा कि मंगलवार को दोनों देशों के अधिकारियों के बीच विभिन्न विषयों पर व्यापक बातचीत होगी।
वहीं, बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति चिनफिंग का रूस दौरा मित्रता, सहयोग एवं शांति की यात्रा है। उन्होंने कहा, चीन, यूक्रेन संकट पर अपनी निष्पक्ष स्थिति को बनाए रखेगा और शांति वार्ता को बढ़ावा देने में रचनात्मक भूमिका निभाएगा।