नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र खत्म हो गया। किसानों का मुद्दा नहीं सुलझा है। दिल्ली की सीमाओं पर बीते 9 महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं। उसी कड़ी में आज तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर राहुल गांधी समेत विपक्ष के अन्य नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च किया।
इस दोरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि देश में दलितों, गरीबों, किसानों, मज़दूरों में आपको धीरे-धीरे एक आवाज़ सुनाई देगी। ये आवाज़ धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी, फिर एक दिन वो आवाज़ एक तूफान बन जाएगी और वो तूफान नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के घर से उठाकर बाहर फेंक देगी।
जंतर-मंतर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी किसानों पर अत्याचार करते हैं, जो उनका है वो उनसे छीनते हैं और फिर किसानों को देशद्रोही और खालिस्तानी कहते हैं। हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री इस देश को बेचने का काम कर रहे हैं, हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री दो-तीन उद्योगपतियों को हिन्दुस्तान की आत्मा बेच रहे हैं। इसलिए विपक्ष सदन के अंदर किसानों, बेरोज़गारों, इंश्योरेंस बिल और पेगासस की बात नहीं कर सकता है।
#WATCH संसद में कल विपक्षी सांसदों के मार्शलों के साथ मारपीट का सीसीटीवी फुटेज। pic.twitter.com/c4Gi42VCGb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 12, 2021
इस दौरान राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकर्जुन खड़गे ने कहा कि जो सरकार कहती है अगर आप उसी को सच मान लें तो ठीक है। हम तो वहां देखे हैं, राज्यसभा के सभी सदस्यों ने देखा है। फुटेज को आप क्या-क्या कर सकते हैं सबको मालूम है। वहां फोर्स आई कैसे? इतने नॉर्मल मार्शल्स तो वहां नहीं थे और इतनी महिलाएं भी नहीं थीं।