नई दिल्ली।राष्ट्रीय हरित अधिकरण की नाक के नीचे दिल्ली के सबसे संरक्षित क्षेत्र पृथ्वीराज रोड़ पर राजस्थान हॉउस में दर्जनभर से ज्यादा पेड़ों को काट दिया गया। पृथ्वीराज रोड़ पर राजस्थान हॉउस को तोड़ कर नवनिर्माण का कार्य किया जा रहा है। राजस्थान सरकार लोकनिर्माण विभाग के अतिरिक्त चीफ इंजीनियर ने नए भवन के निर्माण के लिए कोलिरयर्स इंडिया मुंबई को निर्माण एजेंसी नियुक्त किया है। कंपनी अपने गुड़गांव दफ्तर से इस काम को पूरा कर रही है। निर्माण कंपनी ने राजस्थान हॉउस के प्रांगण में खड़े दर्जनभर से ज्यादा पेड़ों को गुपचुप तरीके से काट डाला। जबकि दिल्ली के इस अति महत्वपूर्ण क्षेत्र में पेड़ों को काटने पर प्रतिबंध लगा है। निर्माण कंपनी और राजस्थान लोकनिर्माण विभाग का कोई भी अधिकारी इस मामले में बोलने को तैयार नहीं है।
इलाके लोगों ने जब पेड़ों की अवैध कटिंग पर एतराज जताया तो निर्माण कंपनी ने फटाफट सैकड़ों गमलों में लगे छोटे-छोटे पेड़ों को वहां लाकर लगाने का काम शुरू किया। इतना ही नहीं पुराने पेड़ों की जड़ों में कैमीकल डाल कर उन्हें सुखा दिया ताकि भविष्य़ में उन्हें वहां से आसानी से हटाया जा सके। गमलों में लगे छोटे-छोटे पड़ों को निर्माण कंपनी के मजदूर वहां रोपने का काम कर रहे है। आसपास रहने वाले लोगों का कहना हैं कि इस संबंध में जब उन्होंने मजदूरों से बातचीत करने का प्रयास किया तो उन्होंने कहा कि प्रोजक्ट मैनेजर अजहर रईस या एमडी ताहा अंसारी इस संबंध में कोई बात बता सकते है। लोगों का कहना हैं कि पेड़ों की अवैध कटिंग का काम टिनशेड की आड़ में किया गया ताकि लोगों को पता न चले।
पृथ्वीराज रोड़ पर रहने वाले लोगों का कहना हैं कि इस संबंध में वनविभाग, पर्यावरण मंत्रालय और एनजीटी को लिखित शिकायत भेजी जा रही है।गौरतलब हैं कि दिल्ली में निर्माण कार्य के समय पेड़ों की कंटिग पर एनजीटी ने प्रतिबंध लगा रखा है। एनबीसीसी व्दारा सरोजनीनगर और नेताजी नगर में होने वाले निर्माण कार्यों के लिए भी पुराने पड़ों को संरक्षित करके निर्माण कार्य किया जा रहा है।