हरिद्वार। कुंभ मेला (Haridwar Kumbh Mela 2021) के दौरान शाही स्नान (Shahi Snana) हुआ। उत्तराखंड सरकार की ओर से कोरोना गाइडलाइन दिया गया। उसके बावजूद एक ही दिन में करीब 28 लाख से अधिक लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। आस्था के नाम पर सरकारी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों की अवहेलना हुई। नतीजा, एक ही दिन में सौ से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं।
अब प्रशासन की चिंता यह है कि वो लोग जो संक्रमित हुए उनके संपर्क में कितने लोग और कौन से स्थान आएं होंगे ? क्या यह घटना कोरोना विस्फोट का नया कारण तो नहीं बनेगा ? जिस तरह से कुंभ मेला आईजी संजय गुंजयान ने श्रद्धालुओं को रोकेने में अपनी असमर्थता जताई, वह इस बात का संकेत है कि हरिद्वार महाकुंभ (Haridwar Mahakumbh) में कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में यहां कोरोना विस्फोट होने की संभावना से इंकार नहंी किया जा सकता है।
जानकाराी ऐसी मिल रही है कि हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान उत्तराखंड सरकार (Utrakhand Govt) प्रभावी थर्मल स्क्रीनिंग और मास्क (Mask) पहनने जैसे बुनियादी निवारक उपायों को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही है। बताया जाता है कि सोमवार यानी 12 अप्रैल, 2021 को शाम तक, 28 लाख से अधिक भक्त गंगा में दूसरे शाही स्नान के लिए आए थे। इस दिन सोमवती अमावस्या की तिथि थी। दूर दूर से श्रद्धालु यहां आए थे। शाही स्नान के पहले और बाद में आम लोगों ने लाखों की संख्या में गंगा में डुबकी लगाई।
यहां के स्थानीय चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के अनुसार 18,169 लोगों का कोरोना जांच किया गया था, जिसमें से 102 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। कहा जा रहा है कि यह कोरोना जांच रविवार 11.30 बजे से सोमवार 5 बजे तक तक किए गए थे। अब कहा जा रहा है कि इस जांच का दायरा बढाया जाता, तो संख्या चिंता करने वाला होता।
एक मीडिया संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उसके रिपोर्टर पिछले 48 घंटों में, हरिद्वार (Haridwar) में रेलवे स्टेशन से लेकर हर की पौड़ी और अन्य घाटों तक 10 किमी के क्षेत्र से होकर गुजरी। लेकिन कहीं भी थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था नहीं दिखाई दी। लोगों पर नजर रखने के लिए नई एआई- सक्षम सीसीटीवी प्रणाली के बावजूद लोगों ने मास्क नहीं पहना था। लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। कुंभ मेला में आने के लिए हर किसी के पास कोविड-19 (COVID19) निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य मानदंड था। लेकिन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसकी भी अनदेखी हो रही है।
कुछ जानकारों का कहना है कि अगर वक्त रहते कड़े कदम नहीं उठाए गए तो हालात और बिगड़ सकते हैं। कुंभ मेला (Kumbh Mela) आईजी पुलिस संजय गुंजयाल ने मीडिया को बताया है कि हम लोग लगातार इस बात की कोशिश कर रहे हैं कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए नियमों का पालन कराएं। हम इसलिए लगातार अपील कर रहे हैं। लेकिन यहां काफी भीड़ है और चालान करना असंभव है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करना काफी मुश्किल हो रहा है।