नई दिल्ली। हाल के दिनों मे दिल्ली में कोरोना (Covid in Delhi) संक्रमण तेज हुई है, तो राजनीति भी इस पर खूब हो रही है। सत्तारूढ आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और विपक्षी भाजपा (BJP) के नेता एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसके बीच यदि किसी को भुगतना पडता है, तो वह है जनता।
मंगलवार को भाजपा नेता व पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कहा कि आपने पिछले साल से अब तक कोई तैयारी नहीं की। आप सिर्फ आकर भाषण देते हैं। आज कहते हैं कि मेरे हाथ में कुछ नहीं है। आप 6 साल से मुख्यमंत्री हैं आपने क्या किया? आप तो दिल्ली में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं की बात करते थे।
उन्होंने कहा कि आपने विज्ञापन पर 5,50 करोड़ रूपये खर्च किए। हर न्यूज चैनल पर हर 2 मिनट में उनका विज्ञापन है। यह पैसा जनता की भलाई के लिए जाता तो दिल्ली में यह हालत नहीं होती। मुख्यमंत्री झूठे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हैं 5000 बेड हैं और अगले 2 दिन बाद कहते हैं कोई बेड नहीं है।
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा कि कोरोना का 25,000 प्रतिदिन का आंकड़ा अब आगे बढ़ चुका है। 3 अप्रैल को हमारे पास 6,071 बेड थे। आज हमारे पास 19,101 बेड हैं। करीब 2 हफ्ते के समय में तीन गुना से ज्यादा बेड बढ़ा दिए गए हैं। इसमें से 2,500 बेड अभी भी खाली हैं। अगले 4-5 दिन में 2,700 बेड और जुड़ने वाले हैं। कोरोना होते ही अस्पताल न भागें। होम आइसोलेशन में ही रहें। मुख्यमंत्री ने आदेश दिए हैं कि अगर कोई भी अस्पताल ऐप पर ठीक जानकारी नहीं देगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देख कर हमने पूरी दिल्ली में युद्ध स्तर पर बेड्स बढ़ाये है-
3 April : 6,071
20 April : 19,101@ArvindKejriwal सरकार ने पिछले 2 हफ़्तों में 13 हज़ार से ज्यादा बेड्स बढ़ाये हैं। अगले कुछ दिनों में अलग अलग अस्पतालों में 2700 और बेड्स बढ़ाये जाएंगे।— Manish Sisodia (@msisodia) April 20, 2021
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपनी पत्नी की कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद खुद को क्वारंटीन कर लिया है। उनकी पत्नी होम आइसोलेशन में हैं।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेज है। लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही है। संभावित डर को लेकर लोग पलायन कर रहे हैं। राजधानी के रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर काफी भीड है। कुछ लोगों को अपनी निजी गाडियों के जरिए गावों की ओर जाने की भी सूचना है।