देवघर। जब लोग आनलाइन की दुनिया में अधिक काम करते हैं, तो अपराध भी यहीं बढता है। झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमाई जिला में इसका संगठित गिरोह बताया जाता है। समय-सयम पर कार्रवाई होती है, लेकिन यह अपराध खत्म नहीं होता है। ताजा घटना में 11 जून को झारखंड पुलिस ने देवघर एवं जामताड़ा जिलों में छापेमारी करके 16 कथित साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
यह पहला मौका नहीं है जब झारखंड पुलिस ने इस प्रकार की कार्रवाई की हो। झारखंड के कई सीमाई क्षेत्र साइबर अपराध के लिए पूरे देश में बदनाम है। देवघर और जामताड़ा जिले साइबर अपराधियों को रास आता है। कहा जाात है कि यहां से ये लोग पुलिसिया कार्रवाई की सूचना मिलते ही बिहार या पश्चिम बंगाल चले जाते हैं और कुछ दिनों तक बच जाते हैं।
शुक्रवार की झारखंड पुलिस की कार्रवाई को लेकर देवघर के पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर जिला देवघर के छः थानाक्षेत्र में एवं जामताड़ा जिले के एक थानाक्षेत्र में पुलिस ने छापामारी करके आज कुल सोलह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 26 मोबाइल, 35 सिम, तीन एटीएम, ग्यारह पासबुक बरामद किये हैं। गिरफ्तार साइबर अपराधियों में से एक जामताड़ा जिले का है, जबकि एक किशोर है।
(२/२) सारठ, मधुपुर, पलाजोरी, सारवां, मार्गोमुंडा, करों एवं पत्थरअड्डा ओ0 पी0 थाना क्षेत्र अंतर्गत संयुक्त छापेमारी कर कुल 15 साइबर अपराधी को 26 Mobile, 03 ATM, 11 Passbook के साथ गिरफ्तार किया गया।@DigDumka @JharkhandPolice @DCDeoghar pic.twitter.com/RvdS2butbF
— Deoghar Police (@DeogharPolice) June 11, 2021
बता दें कि कुछ महीना पहले भी इस प्रकार की पुलिसिया कार्रवाई में दर्जन भर से अधिक अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। ये साइबर अपराधी इतने बेखौफ होते हैं कि काॅल करके, आपका मेल-फेसबुक, एटीएम कार्ड आदि का क्लोन बनाकर आपको आर्थिक नुकसान पहुचाते हैं। लोग ठगे जाते हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जब तक दो-तीन राज्यों की पुलिस एक साथ मिलकर गहन कार्रवाई नहीं करेगी, तब तक इन पर पूरी तरह लगाम लगाना मुश्किल होगा।