नई दिल्ली। कृषि क्षेत्र की अग्रणी कंपनी ‘धानुका एग्रीटेक लिमिटेड’ जल्द ही जल संचय हेतु देशव्यापी अभियान चलाएगी। इस बारे में जानकारी देते हुए धानुका ग्रुप के चेयरमैन श्री आर जी अग्रवाल ने बताया कि कंपनी जल संचयन कार्य को लेकर बेहद गंभीर है और इस दिशा में कई सार्थक पहल भी किए जा रहे हैं। उन्होंने घोषणा की कि यह अभियान एक वर्ष तक लगातार चलाया जाएगा और इसके लिए जगह—जगह किसानों की संगोष्ठी समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने देश भर में जल संकट की समस्याओं पर चिंता जताई और कहा कि अब हमें इस दिशा में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
धानुका ग्रुप के चेयरमैन श्री आर जी अग्रवाल ने बताया कि करीब 80 प्रतिशत जल का उपयोग हमारे देश में सिर्फ कृषि कार्य के लिए होता है। अगर कृषि क्षेत्र में जल की खपत कम हो जाए तो शायद जल संकट कम हो सकता है। यह विदित हो कि 22 मार्च को विश्व जल दिवस के उपरांत इस देशव्यापी अभियान में लोगों को जल संचय के प्रति जागरूक किया जाएगा, खासकर किसानों को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से यह बताने की कोशिश की जाएगी कि कृषि कार्य में कैसे जल को बचाया जा सकता है और उसका संचयन किया जा सकता है।
उन्होंने ड्रोन से खेती-किसानी में बल दिया और बताया कि कैसे इसके इस्तेमाल से हम पानी बचा सकते हैं? खेतों में रसायन या पेस्टीसाइड्स के छिड़काव में कम पानी के इस्तेमाल के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि धानुका कंपनी देश भर में टेक्नोलाजी के इस्तेमाल के लिए जागरूकता चलाएगी। साथ ही, कंपनी देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम का पूर्वानुमान करने वाली ‘मौसम जानकारी केंद्र’ स्थापित करेगी ताकि आसानी से किसानों को मौसम के अनुरूप पानी के इस्तेमाल की जानकारी मिल सके।
आगे कंपनी के ग्रुप चेयरमैन श्री आर जी अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए धानुका ने पहले भी कई पहल किए हैं। कंपनी ने विगत वर्षों में इसी संदर्भ में एक विशेष अभियान चलाया था— जिसमें फिल्म अभिनेता सुपर स्टार अमिताभ बच्चन से करार किया गया था। असल में श्री बच्चन ने साठ सेकेंड की एक डॉक्यूमेंट्री–‘इन्सान पानी बना तो नहीं सकता, पर बचा जरूर सकता है’ में उनके द्वारा जल संरक्षण के महत्व को बताया है। इसमें पानी बचाने की आवश्यकता को दर्शाने वाले सूचनात्मक पर्चे, पोस्टर और बैनर कई मुख्य स्थलों पर प्रदर्शित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी ने जुगलपुरा, देवीपुरा (जिला सीकर), मैनपुर की धानी, संकोत्रा और कोठपुतली (जिला जयपुर), राजस्थान में पाँच चेक डैम यानी रोका बाँध का निर्माण किया है। इन बांधों से 50,000 से अधिक आबादी वाले लगभग 10,000 परिवारों को आज इसका लाभ मिल रहा है।
ज्ञात हो कि करीब दो दशक पहले सन् 2005 से पानी की विकराल होती समस्या के मद्देनजर धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने जल के संरक्षण और इसके विवेकपूर्ण उपयोग के बारे में व्यापक जागरूकता फैलाने के लिए बड़े पैमाने पर एक अभियान चलाया- जिसका नाम था, “गाँव का पानी गाँव में और खेत का पानी खेत में”। धानुका कंपनी को इस बात से बेहद खुशी है कि सिंचाई के लिए जल संरक्षण के बारे में संगठन के दृष्टिकोण को भारत सरकार के एजेंडे के साथ खूबसूरती से रेखांकित किया गया है।
जल संचय के लिए धानुका चलाएगी देशव्यापी मुहिम
भारत सरकार जल संरक्षण, सूक्ष्म सिंचाई, वाटरशेड विकास के महत्व को पहचानती है और ‘प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना’ की ‘पर ड्राप मोर क्रॉप/प्रति बूंद अधिक फसल’ पहल के माध्यम से जल दक्षता में वृद्धि हुई।