नई दिल्ली। किसी भी आम लोग से पूछिए कि वो डाॅक्टर्स को कैसा दर्जा देते हैं ? जवाब यही होगा कि डाॅक्टर भगवान का दूसरा रूप हैं। जो हमें रोगों और कष्टों से मुक्ति प्रदान करते हैं। डाॅक्टर्स डे के अवसर पर एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डाॅक्टर्स को देवदूत कहकर संबोधित किया।
यह सच भी है। कोरोना महमारी के शुरुआत से लेकर आज तक डाॅक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की जान बचाई है। हमारी पौराणिक कथाओं में यही काम तो देवदूत करते आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के दौरान हमारे डॉक्टरों ने जिस तरह से देश की सेवा की है, वह अपने आप में एक प्रेरणा है, मैं 130 करोड़ भारतीयों के सभी डॉक्टरों का आभार व्यक्त करता हूं। कितने ही लोग ऐसे होंगे जिनका जीवन किसी संकट में पड़ा होगा, किसी बीमारी या दुर्घटना का शिकार हुआ होगा, या फिर कई बार हमें ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे? आज जब देश कोरोना से इतनी बड़ी जंग लड़ रहा है तो डॉक्टर्स ने दिन रात मेहनत करके, लाखों लोगों का जीवन बचाया है।
Addressing the doctors community. Watch. https://t.co/lR8toIC88w
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2021
राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डॉ बी. सी. रॉय की स्मृति में मनाया जाने वाला ये दिन हमारे डॉक्टर्स के, हमारी मेडिकल फ्रेटर्निटी के उच्चतम आदर्शों का प्रतीक है। खासतौर पर पिछले 1.5 साल में हमारे डॉक्टर्स ने जिस तरह देशवासियों की सेवा की है वह एक मिसाल है। आप भली भांति जानते हैं कि पहले के समय में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को किस तरह नजरअंदाज किया गया था। हमारे देश में जनसंख्या का दबाव इस चुनौती को और कठिन बना देता है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वार आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने डाॅक्टर्स के सुरक्षा की बात भी की। उन्होंने बताया कि सरकार ने डॉक्टर्स के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए पिछले वर्ष ही कानून में कई कड़े प्रावधान किए। इसके साथ ही हम अपने कोविड वारियर्स के लिए फ्री इंश्योरेंस कवर स्कीम भी लेकर आए हैं।