दिल्ली पुलिस और एश्योर आईपी प्रोटक्शन की संयुक्त कार्रवाई में लाखों रूपये का नकली हार्पिक का माल बरामद, फ़ैक्टरी मालिक हुआ गिरफ्तार

नकली सामान बनाने वालों के मंसूबे को दिल्ली पुलिस और एश्योर आईपी प्रोटक्शन एजेंसी की संयुक्त कार्रवाई ने पूरा नहीं होने दिया। लाखों रूपये का नकली हार्पिक का माल बरामद करके दिल्ली में फ़ैक्टरी को सील कर दिया गया और मालिक को गिरफ्तार किया गया।

नई दिल्ली। रैकेट बेंकसेर कंपनी का ब्रांड बन चुका हार्पिक के नाम पर दिल्ली एनसीआर सहित कई दूसरे शहरों में नकली माल सप्लाई करता, उससे पहले ही दिल्ली पुलिस और एश्योर आईपी प्रोटक्शन एजेंसी (Assure IP Protection Agency) की संयुक्त कार्रवाई में इसे रोक दिया गया। नकली माल बनाने वाली फ़ैक्टरी के मालिक को हिरासत में लिया गया और कारखाने को सील कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर एश्योर आईपी प्रोटक्शन एजेंसी ने पूरी जानकारी हासिल की। कंपनी की ओर से दिल्ली पुलिस के बाहरी जिला उपायुक्त कार्यालय के अधीन यह कार्रवाई की। दिल्ली पुलिस के साथ एश्योर आईपी प्रोटक्शन एजेंसी के कर्मचारियों ने छापेमारी की। इस छापेमारी में लाखों रुपये का नकली माल बरामद किया। साथ ही फ़ैक्टरी मालिक बनिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, टायलेट क्लीनर हार्पिक लोगों की पसंद बन चुका है। लोगों की इसी पसंद का लाभ उठाने के लिए विष्णु गार्डन के चांद नगर में बनिंदर सिंह ने अपनी फ़ैक्टरी में नकली हार्पिक बनाना शुरू कर दिया।

किसी भी नामी गिरामी कंपनियों के नकली माल को बाजार में बेचने से रोकने के लिए एश्योर आईपी प्रोटक्शन एजेंसी काम करती रहती है। उसके पास यह जानकारी आई तो पूरी छानबीन की गई। उसके बाद एजेंसी की ओर से किशन गोपाल ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। नियमों के तहत दिल्ली पुलिस के एसआई सुनील कुमार यादव कुछ पुलिसकर्मियों के साथ बनिंदर सिंह के कारखाने पर छापा मारा। यहां काफी मात्रा में तैयार हार्पिक बोतलों को जब्त किया गया। उसके साथ ही रॉ मेटेरियल भी पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। उसके बाद फ़ैक्टरी को सील कर दिया गया है।