गृहमंत्री अमित शाह के साथ किसानों की बैठक, क्या आज दिखेगा उसका असर ?

किसानों की मांगों को लेकर कल देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किसान नेताओं को बुलाया था। करीब 11 किसान नेता उनके साथ बैठक में रहे। हालांकि, यह बैठक अभी तक बेनतीजा ही मानी जा रही है। किसान नेताओं का कहना है कि सरकार की ओर से अभी तक कानून रद्द करने की बात नहीं हो रही है। सरकार अब भी अपने अधिकारियों और विशेषज्ञों के माध्यम से हमें नए कृषि कानून के लाभ को ही गिना रही है।

अब सवाल उठता है कि यदि सरकार का यही रवैया है, तो आगे क्या होगा ? सूचना तो यह भी है कि किसान नेताओं के बैठक से कुछ ही देर पहले गृहमंत्री  अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को भी बुलावा भेजा था। उनके साथ भी बैठक हुई। इसमें क्या बातें हुईं, इसकेा लेकर केवल कयास ही लगाए जा रहे हैं।

बता दें कि किसानों का धरना बुधवार को 14वें दिन में प्रवेश कर गया है। दिल्ली से सटे हरियाणा (टीकरी और सिंघु बॉर्डर) और उत्तर प्रदेश (यूपी गेट और चिल्ला बॉर्डर) समेत कई बॉर्डर सील हैं, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कत पेश आ रही है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि हम केंद्र द्वारा भेजे गए मसौदे पर एक बैठक करेंगे। यह बैठक केंद्र के साथ 6 बैठक होने के बाद हो रही है।

सरकारी सूत्रों का कहना है कि अमित शाह की बैठक के बाद सरकारी स्तर पर एक प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। सरकार की ओर से पूरी कोशिश होगी कि उसी प्रस्ताव पर किसान नेताओं को मनाया जाए। हालांकि, इस बात को लेकर किसान नेता पहले से ही सतर्क हैं। तभी सिंघु बाॅर्डर पर किसान नेता बार-बार इस बात को दोहरा रहे हैं कि कानून को खत्म करने से कम पर कोई भी प्रस्ताव हमें मंजूर नहीं है।