नई दिल्ली। दिल्ली में भले ही सर्द हवाओं का तेज झोंका लोगों को रजाई में दुबकने को विवश कर रहा हो, लेकिन किसानों का जोश पूरे हाईलेवल पर है। किसान संगठनों अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार से दो दो हाथ करने को तैयार हैं। किसी भी तरह के प्रेशर में नहीं आ रहे हैं। आज उन्होंने दिल्ली के चिल्ला बाॅर्डर पर उपवास रखने सहित पूरी यातायत को ठप्प करने की चेतावनी दी है।
किसानों के इस चेतावनी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस हाईअलर्ट पर है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि इसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक भी की। साथ ही पूरी तैयारी की जानकारी केंद्रीय गृहमंत्रालय को भी दी है। किसी प्रकार की अप्रिय घटना न होने पाए, इसके लिए वहां तैनात पुलिस कर्मियों को विशेष निर्देश दिया गया है। किसानों को समझा-बुझाकर ही प्रदर्शन को शांतिपूर्वक रखने के लिए कहा गया है।
बता दें कि दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर को पूरी तरह जाम करने की चेतावनी देने के बाद प्रमुख बॉर्डर पर बुधवार को सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कंक्रीट के अवरोधकों सहित जर्सी बैरियर भी लगाए गए हैं और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं।
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली से लगी सीमाओं पर हजारों किसान 22 दिन से डटे हैं, जिस कारण कई मार्ग बंद हैं। आम लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। दिल्ली की मंडियों पर इसका असर पडा है। कारोबारी परेशान हैं। पुलिस के अनुसार सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद है और लोगों से लामपुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर वैकल्पिक मार्ग पर जाने को कहा गया है। मुकरबा तथा जीटीके रोड से भी यातायात परिवर्तित किया गया है।
दिल्ली यातायात पुलिस की ओर से आम जनता को सुझाव दिया गया है कि लोग आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच-44 पर जाने से बचें। इस बीच, प्रदर्शन के कारण गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद रहेगा। लोगों को आनंद विहार, डीएनडी, चिल्ला, अप्सरा और भोपुरा बॉर्डर से होकर आने की सलाह दी जाती है।