पटना। हर साल की तरह इस साल भी बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। राज्य सरकार मानती है कि अभी 26 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। यहां जानमाल की भारी क्षति हुई है। राज्य सरकार के कई विभाग राहत एवं बचाव कार्य में लगा दिए गए हैं। बावजूद इसके लोगों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं।
स्वतंत्रता दिवस के दिन मीडिया से बात करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ से लगभग 26 ज़िले प्रभावित हैं। हर चीज़ पर नज़र रखी जाएगी। लोगों को सुविधा दी जाएगी, मदद की जा रही है। हर तरह का इंतजाम किया जा रहा है। प्रभावितों की मदद और जिनकी फसल बर्बाद हो गई हो तो उनकी मदद के लिए पूरी तैयारी है।
सड़क मार्ग से बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। प्रभावित लोगों का हाल जाना। अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया। https://t.co/6VPCv4Kau9 (1/2) pic.twitter.com/HLw3OqokyZ
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 13, 2021
बता दें कि प्रभावित जिलों में मुख्यतौर पर मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, पटना, वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर एवं समस्तीपुर है। ये सभी जिले इस समय बाढ़ की दंश को झेल रहे हैं। इसके अतिरिक्त इससे निपटने के लिए राज्य में 4 एनडीआरएफ एवं 5 एसडीआरएफ की टीमों को तैयार रखा गया है।
सारण में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिले में गंगा नदी ने भारी तबाही मचाई है। रायपुर विंदगावां, कोटवापट्टी रामपुर, बड़हरा महाजी, सिंगही और मूसेपुर गांव का हाल बेहाल है। सड़कें पानी में डूब गई हैं. खेत-खलिहान भी लबालब हो गए हैं। पटना से भागलपुर तक गंगा के बढ़ते जलस्तर का असर उसके सहायक नदियों पर भी दिखने लगा है। हरुहर नदी का जलस्तर बढ़ने से शेखपुरा के टाल क्षेत्र के 12 से ज्यादा गांव पानी की चपेट में आ गए हैं. घाटकुसुम्भा प्रखंड में भी कई गांव जलमग्न हो गए हैं।