नई दिल्ली। अब तक कोविड वैक्सीन वयस्कों को लगता रहा है। भारत में करीब 56 वैक्सीन डोज लोगों को लगाया जा चुका है। अब खबर आ रही है कि 12 साल से बड़े बच्चों को वैक्सीन लगाया जाएगा। कई दौर की परीक्षण के बाद को मंजूरी दी गई है। इस खबर को एक न्यूज एजेंसी ने केंद्रीय मंत्रालय के हवाले से बताया है। यह वैक्सीन डीएनए आधारित है। इसे जायडस कैडिला कंपनी ने बनाया है। यह कोरोना वैक्सीन 3 डोज वाली है। यह सूई से नहीं, इसे एक खास डिवाइस के जरिए लगाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि भारत की नियामक संस्था ने इसके आपात मंजूरी दे दी है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया ने जायडस कैडिला वैक्सीन के आपातकाल इस्तेमाल की इजाजत दी है। न्यूज एजेंसी ने अपनी खबर को केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीक मंत्रालय के हवाले से यह बात कही गई है। भारत में बनी डीएनए बेस्ड कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। ZyCoV-D कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन होगी जिसे किसी भारतीय कंपनी द्वारा विकसित किया गया है। जायडस कैडिला वैक्सीन को बॉायोटेक्नोलॉजी विभाग के साथ मिलकर बनाया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद स्थित फार्मा कंपनी ने 1 जुलाई को वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया के पास आवेदन भेजा गया था। जायडस कैडिला की यह कोरोना वैक्सीन दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन है। कंपनी का दावा है कि इससे वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी कम हैं।