सरकार ने दिखाई प्रतिबद्धता, वित्त मंत्री ने कहा- कोरोना वैक्सीन के लिए नहीं होगी फंड की कमी

केंद्र सरकार की ओर से फिर दोहराया गया है कि कोरोना टीकाकरण अभियान में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। संसद में बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के लिए जितने भी फंड की जरूरत होगा, हमारा विभाग उसके लिए तैयार है।

नई दिल्ली। बीता साल कोरोना के नाम रहा। तमाम मुश्किलों को पार करते हुए भारत में अब कोरोना वैक्सीन आ गया है। टीकाकरण अभियान जारी है। केंद्र सरकार की ओर से फिर दोहराया गया है कि कोरोना टीकाकरण अभियान में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। संसद में बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के लिए जितने भी फंड की जरूरत होगा, हमारा विभाग उसके लिए तैयार है।

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैंने वर्ष 2021-22 में कोरोना वैक्सीन के लिए 35,000 करोड़ रुपये मुहैया कराए हैं। अगर आगे भी जरूरत पड़ती है, तो मैं फंड मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2021-22 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर 2,23,846 करोड़ खर्च होंगे। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन पर अगले 5 वर्ष में 50,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 

सीतारमण ने सोमवार को आम बजट 2021-22 पेश करते हुए 2021-22 में पूंजीगत व्यय बढ़ाकर 5.54 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है। चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पूंजीगत व्यय का बजट 4.39 लाख करोड़ रुपये है।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि 2021-22 का बजट 6 स्तंभों पर टिका है। पहला स्तंभ है स्वास्थ्य और कल्याण, दूसरा-भौतिक और वित्तीय पूंजी और अवसंरचना,तीसरा-अकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना,पांचवा-नवाचार और अनुसंधान और विकास, छठा स्तंभ-न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में बनी न्यूमोकोकल वैक्सीन अभी सिर्फ 5 राज्यों तक सीमित है, इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इससे वर्ष में 50,000 से ज़्यादा बच्चों की मौत को रोका जा सकेगा।