Guests Column : युवाओं की है इस बार अधिक जिम्मेदारी, सावधानी से मनाएं त्यौहार

अभी त्योहार का मौसम चल रहा है। कई त्योहार खत्म हो चुके हैं। कुछ आने वाले हैं। हमें ध्यान रखना होगा कि अभी मौसम भी बदल रहा है। गर्मी से सर्दी। ऐसे में कई तरह के संक्रमण होते रहे हैं। जरा सी लापरवाही से बड़ी मुसीबत आ सकती है। हमें सभी को समझाना है कि कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।


पी. सी. जोशी

प्रो वाइस चांसलर, दिल्ली विश्वविद्यालय

देश कोरोना के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है। हम सभी को पता है कि कोरेना अभी खत्म नहीं हुआ है। राजधानी दिल्ली में कुछ दिनों से काफी कम कोविड संक्रमण के मामले आ रहे हैं। यह सुखद संकेत है। हम सभी को लगातार कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करते रहने होगा। दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण भी बड़ी समस्या है। ऐसे में दीवाली और उसके बाद जो त्यौहार हैं, उसके बेहद सावधानीपूर्वक मनाना होगा। हमारा देश युवाओं का देश है। युवा ही हमारी शक्ति हैं। इसलिए इनकी जिम्मेदारी दूसरे लोगों से अधिक हो जाती है।

सरकार के अथक प्रयास और जनभागीदारी की बदौलत देश कोरोना टीकाकरण में सौ करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया । भारत जैसे विशाल जनसंख्या घनत्व वाले देश के लिए यह एक अहम उपलब्धि है। देश के कोने कोने में हमारे कोरोना वॉरियर ने टीका पहुंचाया। लेकिन सरकार की रणनीति और इन योद्धाओं की मेहनत तब ही कारगर होगी जब हम आने वाले कुछ महीने में और अधिक समझदारी का परिचय देगें। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, कुछ राज्यों में अभी भी एक्टिव केस का प्रतिशत ज्यादा है। वैक्सीन को लोगों ने कोरोना से सुरक्षा के हथियार को अपना लिया है उन्हें भी त्योहार में विशेष एहतियात बरतनी होगी।

आने वाले कुछ महीने इस संदर्भ में अति महत्वपूर्ण होने वाले हैं, कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। हमारे देश में त्योहारों को हर्षोल्लाष के साथ मनाने की परंपरा रही है, हम एक दूसरे के घर जाते हैं, समूह में अपनी खुशियों को सबके साथ साझा करते हैं, लेकिन हमें इस बात को अच्छी तरह याद रखना है कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। जिन लोगों ने कोविड की पहली या दूसरी डोज ले ली है, उन्हें भी त्योहारों में कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करना है। निर्धारित दूरी, मास्क का प्रयोग और नियमित रूप से हाथ धोते रहने की आदत को व्यवहार में शामिल करें, ऐसा करने से हम अपने आसपास के वातावरण को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं।

हम वर्षों से त्योहार एक दूसरे के साथ गले मिलकर, बधाइयां देकर और मेलजोल करते हुए मनाते आए हैं लेकिन इस बार के त्योहार बिल्कुल अलग कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करते हुए मनाएं, यह हमारे अंदर एक जिम्मेदारी का एहसास भी पैदा करेगा कि हम समाज को सुरक्षित रखते हुए अपनी परंपराओं को निभा रहे हैं। घर के बच्चों को इस बारें में जरूर बताएं, बच्चे लंबे समय से न तो स्कूल गए हैं और न ही दोस्तों के साथ मिले हैं, बच्चों के लिए त्योहार का मतलब खूब सारी मस्ती और दोस्तों के साथ मिलना जुलना होता है। बड़ों का यह फर्ज है कि वह बच्चों को समझाएं कि कोविड अभी गया नहीं है हमें त्योहार मानते हुए भी कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करते रहना है।

इस संदर्भ में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सचिव द्वारा सितंबर महीने में ही राज्यों को दिशा निर्देश जारी कर त्योहार के समय कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने के लिए अनुचित बंदोबस्त करने के निर्देश दिए गए। सामूहिक रूप से मनाए जाने वाले त्योहार व्यक्तिगत तरीके से घर पर मनाएं जा सकते हैं, हम फोन या वीडियो कॉल के माध्यम से अपने प्रियजनों को त्योहारों की बधाइयां दे सकते हैं।