हार्दिक पटेल हुए भाजपाई, क्या पड़ेगा गुजरात की राजनीति पर असर

अहमदाबाद। गुजरात राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गुणा भाग किए जा रहे हैं। ऐसे में पटेल समुदाय से युवा नेता हार्दिक पटेल का भाजपा में आना भी एक नए सियासी समीकरण को जन्म दे रहा है। अब तक हार्दिक पटेल मोदी सरकार और भाजपा की आलोचना करते आए हैं, आज से वो भाजपाइयों के गुण गाएंगे।

भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सी. आर. पाटिल और राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने पार्टी में उनका स्वागत किया। भाजपा में शामिल होने से पहले पटेल ने ट्वीट किया था, ‘‘राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नया अध्याय शुरू करने जा रहा हूं। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करुंगा।’’

कहा जा रहा है कि हार्दिक पटेल के आने से राज्य का युवाओं का एक तबका जो अब तक भाजपा सरकार के विरोध में था, वो भाजपा के साथ होगा। हालांकि, कुछ भाजपा नेताओं को इससे दिक्कत भी है। माना जा रहा है कि हार्दिक पटेल अपनी कुछ शर्तों के साथ भाजपा में शामिल हुए हैं। इनके समर्थकों को टिकट भी दिया जाएगा। जाहिर है कि इससे भाजपा में असंतोष भी बढ़ेगा।

बता दें कि पटेल (28) ने 2015 में पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर एक आंदोलन का नेतृत्व किया था। पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पटेल ने 18 मई को कांग्रेस से इस्तीफा देने से पहले पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में दावा किया था कि पार्टी ने देश में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर केवल ‘‘एक अवरोधक की भूमिका निभाई’’ है और वह ‘‘हर चीज का केवल विरोध करने तक ही सिमट गई’’ है।