रांची। झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आज एक साल पूरा हो गया। इस अवसर पर राज्य सरकार की ओर से राजधानी रांची के मोहराबादी मैदान में कार्यक्रम किया गया। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने सरकार के बीते एक साल का लेखा जोखा जनता के सामने रखा। साथ ही आगामी वर्षों के लिए कई योजनाओं की बात की। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि प्यारे झारखण्डवासियों।सभी को जोहार…। आज हमारी सरकार के गठन को एक वर्ष पूरा हो रहा है। हालांकि यह वर्ष विकास के लिहाज से सुखद नहीं कहा जा सकता लेकिन चुनौतियों के बीच संभावनाओं के रास्ते हमने तलाषे हैं और हमारी सरकार ने जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास भी किया है।हेमंत सोरेन ने कहा कि आपके आशीर्वाद से ये सरकार बनी है। एक साल आज पूरे हो रहे हैं। इस राज्य के निर्माण में आदिवासी, दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को अहम योगदान रहा है, जिन्होंने झारखंड के लिए बलिदान दिया है। उन्हें नमन करता हूं।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि किया। उसके बाद राजनिवास जाकर राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मूर्म से शिष्टाचार मुलाकात की। मोहराबादी मैदान में अपने संबोधन में हेमंत सोरेन ने कहा कि कोविड-19 जैसे वैष्विक महामारी में भी राज्य की जनता के सहयोग से विभिन्न क्षेत्रों में जनसरोकार से जुड़ी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने का प्रयास किया गया है। हम जानते हैं कि राज्य के विकास की गाथा बीते एक वर्ष में आषाओं के अनुरूप नहीं लिखी जा सकती है। फिर भी यह कह सकते हैं कि तमाम विपरीत परिस्थितियों में भी हमारे सकारात्मक प्रयास से कई उल्लेखनीय कार्य संपन्न हुए हैं।
हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाले पांच साल में झारखंड को किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पिछले 20 साल से झारखंड को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश नहीं की गयी। ये राज्य राम भरोसे चल रहा था। चुनौतियों के बीच हम अब आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य के सभी दिव्यांगजनों व वृद्ध लोगों को लाभ देना चाहते हैं। इस राज्य में जरूरत से ज्यादा गरीबी है। इसलिए गरीबों को राशन देने का विचार किया गया. जब सरकार में आये तब स्थिति बेहतर नहीं थी। हर विभाग में बकाया था। समझ में नहीं आ रहा था कि जब सत्ता मिली है तो किस तरह की सत्ता मिली है। जिनलोगों ने यहां भेजा है उनके लिए काम करना है। पूर्व की सरकार ने खजाने को खाली करके उसकी चाभी हमें थमा दी।
राज्य के सभी 24 जिलों में भी प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर विकास मेले का आयोजन किया गया है। 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी वर्ग के लोगों को 1000 रुपये पेंशन की राशि डीबीटी से सीधे राशि अकाउंट में भेज दी जायेगी। सांकेतिक तौर पर कुछ लोगों को पेंशन की राशि दी गयी। सार्वभौमिक वृद्ध कल्याण योजना पेंशन योजना के तहत 1000 रुपया प्रति माह 60 वर्ष के ऊपर के लाभुकों को बैंक खाते में पैसा भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कृषि ऋण माफी योजना की शुरुआत ऑनलाइन की। इसके तहत किसानों को 50 हजार रुपये तक के ऋण माफ किए जाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मरांग गोमके विदेशी छात्रवृत्ति योजना का ऑनलाइन शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने 511 लोगों के बीच नियुक्ति पत्र वितरित किया। सांकेतिक रूप से कुछ लोगों को इस दौरान नियुक्ति पत्र दिया गया।