आईंएमसी ने इस्लाम अपनाने वाले युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी

 

बरेली/संभल । इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आईंएमसी) ने इस्लाम अपनाने वाले दूसरे धर्म के युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी है, जिसका हिंदू नेताओं ने विरोध किया है।

इस बीच, पुलिस का दावा है कि बिना जिला प्रशासन की अनुमति के यदि किसी ने कोईं कार्यांम आयोजित किया और किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो सख्त विधिक कार्वाईं होगी। वहीं संभल के एक मुस्लिम धर्मगुर ने आईंएमसी के धर्म परिवर्तन के लिए कार्यांम आयोजित करने को शरीयत के खिलाफ करार दिया है।

आईंएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने सोमवार की शाम पत्रकारों से कहा कि हिंदू से मुस्लिम बने युवक-युवतियों का निकाह कराएंगे और पहले चरण में पांच जोड़ों का निकाह होगा, जिसमें युवक एवं युवतियां धर्म परिवर्तन की प्रािया पूरी कर एक-दूसरे का दामन थामेंगे। मौलाना ने कहा, सामूहिक निकाह समारोह 21 जुलाईं को सुबह 11 बजे खलील हायर सेकेंडरी स्कूल में होगा। इसके लिए प्रशासन से भी अनुमति मांगी है। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्यं ने बताया कि नगर मजिस्ट्रेट को धर्म परिवर्तन संबंधी निकाह कार्यांम की अनुमति के लिए आवेदन किया गया है। इसके लिए संबंधित थाना क्षेत्र और अभिसूचना सूचना शाखा से रिपोर्ट मांगी गईं है। उन्होंने कहा, बरेली शहर और ग्रामीण क्षेत्र की जनता को आश्वस्त किया गया है कि कानून व्यवस्था के साथ किसी को भी खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। बिना जिला प्रशासन की अनुमति के यदि किसी ने कोईं कार्यांम आयोजित किया और किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो सख्त विधिक कार्रवाईं होगी। बरेली के नगर मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला ने बताया कि आईंएमसी की ओर से संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने कार्यांम आयोजन की अनुमति के लिए 11 जुलाईं को एक पत्र दिया है। मौलाना तौकीर का दावा है कि उनके पास निकाह के लिए धर्म परिवर्तन करने वाले करीब 23 युवक-युवतियों के आवेदन आ चुके हैं। इनमें आठ लड़के और 15 लड़कियां शामिल हैं, इन्होंने अपने रिश्ते पहले से तय किए हुए हैं।

उन्होंने कहा,इनका निकाह करवाने के साथ ही धर्म परिवर्तन की औपचारिक प्रािया भी पूरी की जानी है। इसी के तहत इनमें से पांच जोड़ों का चयन पहले चरण में किया गया है। मौलाना ने कहा कि प्रशासन को इसमें कोईं एतराज होना नहीं चाहिए, क्योंकि वे लोग कोईं गैरकानूनी काम नहीं कर रहे हैं।

तौकीर ने कहा कि बहुत से लड़के लड़कियां हैं जो साथ पढ़ाईं और काम कर रहे हैं तथा उनके संबंध भी बन गए हैं। कईं जगह सहजीवन संबंध (लिव इन) में भी रह रहे हैं।