सोनी सब के पुष्पा इम्पॉसिबल में, पुष्पा के अपने बेटे अश्विन से हार्दिक पुनर्मिलन ने उसके जन्मदिन के भव्य समारोह में धूम मचा दी

मुंबई। सोनी सब के ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में पुष्पा (करुणा पांडे) को एक दृढ़संकल्पित किरदार के रूप में दिखाया गया है, जो आशावाद और समाधान-उन्मुख नज़रिये से जीवन की चुनौतियों का सामना करती है। हाल के एपिसोड्स में, अश्विन (नवीन पंडिता) धीरे-धीरे बदलाव से गुज़रा है, जहां वह चिराग (दर्शन गुर्जर) के साथ गिले-शिकवे मिटाकर और दिल का दौरा पड़ने पर निस्वार्थ भाव से एक कैब ड्राइवर की जान बचाकर अपने दयालु स्वभाव में लौट आया है।
आगामी एपिसोड्स में, दर्शकों को एक रोमांचक जश्न देखने को मिलेगा क्योंकि पुष्पा का जन्मदिन आने ही वाला है। हर किसी के जश्न में शामिल होने और नाचने—गाने से माहौल जीवंत हो जाएगा। हाल ही में अपने रिश्ते में कई चुनौतियों का सामना करने वाली, पुष्पा और अश्विन के बीच सुलह होने से जश्न में भावनात्मक मोड़ आ जाता है। पुष्पा, जिसने पहले अश्विन को उसे ‘मां’ कहने से मना कर दिया था, अंततः उसे अनुमति दे देती है, जिससे दिल छूने वाला पुनर्मिलन देखने को मिलता है। जबकि पुष्पा के जन्मदिन के समारोह में अप्रत्याशित मोड़ सामने आएंगे, दर्शक निश्चित रूप से स्क्रीन से चिपके रहेंगे और हर आश्चर्यजनक पल का आनंद लेंगे।
पुष्पा की भूमिका निभाने वाली करुणा पांडे ने कहा, “पुष्पा का किरदार खुद का बलिदान करने वाली महिला का नियमित चित्रण नहीं है जो अपने बच्चों की अनैतिक गलतियों को अनदेखा कर देती है। जब अश्विन टेंडर घोटाले में शामिल हुआ, तो पुष्पा ने यह मानने से इनकार कर दिया कि उसका बेटा ऐसा कुछ कर सकता है और इसलिए, पुष्पा ने उससे कहा कि वह उसे अपनी मां न कहे। हालांकि, वह यह नोटिस करने लगती है कि अश्विन बदलने लगा है और बेहतर बनने की कोशिश करने लगा है, और जब वह गलती से उसे ‘मां’ कहता है, तो उसका दिल पिघल जाता है और वह टूट जाती है। इस सीन की शूटिंग के दौरान, भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा, और मैं दर्शकों को यह बहुप्रतीक्षित पुनर्मिलन दिखाने के लिए उत्साहित हूं।”
अश्विन की भूमिका निभाने वाले नवीन पंडिता ने कहा, “अश्विन के किरदार ने निश्चित रूप से कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और हाल ही में वह बड़े बदलाव से गुजरा है। कभी ढेरों बुराइयां करने के बाद, जीवन की असफलताओं ने उसे सोचने और सुधरने पर मजबूर किया। अपनी पत्नी को खोने के कगार पर पहुंचते हुए, उसे अपनी मां के साथ अपना रिश्ता बिगाड़ने का भी अफसोस है। चूंकि पुष्पा अंततः उसे माफ कर देती है और अश्विन को फिर से उसे ‘मां’ कहने की अनुमति देती है, यह उसके लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। आगामी कहानी अश्विन के लिए कई अन्य भावुक पल लेकर आएगी, लेकिन अब उन मुश्किल पलों में उसकी मां उसके साथ होगी।”