नई दिल्ली। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ऐसे समय में जब उन्नत अर्थव्यवस्थाएं महामारी के विनाशकारी प्रभावों से उबरने के लिए संघर्ष कर रही हैं, वहीं भारत हर स्थिति में डटे रहने वाले देश के रूप में उभरा है। आज बेंगलुरु में रेवा यूनिवर्सिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर जियोपॉलिटिक्स एंड इंटरनेशनल स्टडीज के उद्घाटन पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और जल्द ही, हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि चालू वित्तवर्ष की पहली तीन तिमाहियों में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ, भारत 2047 तक अपने विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उच्च विकास पथ पर अग्रसर है।
वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते कद का जिक्र करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि हमारे बढ़ते वैश्विक कद के पीछे घरेलू सामाजिक-आर्थिक सफलताएं और कल्याणकारी सुधार हैं। पिछले दस वर्षों में शासन व्यवस्था में आमूल बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले नीतिगत पंगुता के दिनों से, अब हम परिवर्तनकारी नीतियों का युग देख रहे हैं, जो सीधे नागरिकों को लाभ पहुंचाते हैं।
पिछले 10 वर्षों में देश की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, श्री पुरी ने कहा कि 2014 के बाद से 25 करोड़ से अधिक लोगों को बहुआयामी गरीबी से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत मिशन जैसी योजनाओं तथा स्वच्छ भारत मिशन और अमृत जैसी योजनाओं की सफलता की बदौलत पिछले दस वर्षों में स्वास्थ्य पर जेब से होने वाले खर्च में 25 प्रतिशत तक की कटौती हो गई है। उन्होंने कहा कि 2014 से अब तक 10.57 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल उपलब्ध कराया गया है, जबकि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 11 करोड़ से अधिक घरेलू शौचालयों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक 2.51 करोड़ ग्रामीण घर और 80 लाख से ज्यादा शहरी घर बनाए जा चुके हैं। इस योजना को नवीनतम बजट में बढ़ा दिया गया है और ग्रामीण क्षेत्रों में अन्य दो करोड़ घरों को मंजूरी दी जाएगी। मंत्री महोदय ने पीएम मुद्रा योजना, पीएम स्वनिधि योजना और पीएम उज्ज्वला योजना के तहत देश द्वारा अर्जित उपलब्धियों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत पहले विशुद्ध आयातक देश था, जो अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश बन गया है। इसके अलावा घरेलू स्तर पर अधिक मूल्यवर्धन किया जा रहा है।
मंत्री महोदय ने कहा कि भारत जनसांख्यिकीय परिवर्तन के द्वार पर है, जबकि अधिकांश विकसित देशों को वृद्ध कार्यबल के जोखिम का सामना करना पड़ रहा है। कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का जनसांख्यिकीय लाभ हमें अद्वितीय बौद्धिक संपदा तथा उद्यमशील प्रतिभा प्रदान करता है।
श्री पुरी ने कहा कि सभी लोकतंत्रों की जननी और दुनिया की सबसे बड़ी और बहुलवादी शक्ति के रूप में भारत की कोमल शक्ति (सॉफ्ट पावर) आम सहमति निर्माण और पारस्परिक लाभ के लोकाचार के साथ प्रकट हुई है। उन्होंने कहा कि इस विश्वास से संपन्न कि वैश्विक कार्रवाई वैश्विक भलाई के लिए हो सकती है, भारत वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन के माध्यम से एक नई वैश्विक दृष्टि लेकर आया है।
Delighted to interact with a large, knowledgeable & enthusiastic gathering of brilliant young students at the inauguration of the REVA University Centre of Excellence for Geopolitics & International Studies in Bengaluru today.
These #ViksitBharatAmbassadors will truly be the… pic.twitter.com/LNotyXMAOl
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) February 28, 2024
केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आज बेंगलुरु में रेवा यूनिवर्सिटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर जियोपॉलिटिक्स एंड इंटरनेशनल स्टडीज का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, “भू-राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के लिए यह उत्कृष्टता केंद्र रेवा विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए एक अमूल्य संवर्धन साबित होगा।”
श्री पुरी ने कहा कि 21वीं सदी के वैश्विक परिदृश्य में भारत की स्थिति को समझना और उसे आगे बढ़ाना इस महत्वपूर्ण समय में जरूरी है। उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि यह केंद्र बौद्धिक जिज्ञासा को प्रज्ज्वलित करने और विद्वानों, प्रोफेशनलों, निर्णय निर्माताओं और उदयीमान नेतृत्वकर्ताओं के बीच भू-राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन पर विचारोत्तेजक चर्चा को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा।”