नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण फिर से बढ़ता जा रहा है। इसके बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता है कि कहीं यह देश में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक तो नहीं। देश में त्यौहारों का मौसम शुरू हो चुका है। इसके बीच गुरुवार को देश में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 43 हजार के पार हो चुका है।
आज केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई है, उसके अनुसार भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 43,263 नए मामले आए,40,567 रिकवरी हुई और 338 लोगों की कोरोना से मौत हुई। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस वैक्सीन की 86,51,701 डोज़ लगाई गई जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 71,65,97,428 हो गया है। भारत में कल कोरोना वायरस के लिए 18,17,639 सैंपल टेस्ट किए गए, कल तक कुल 53,68,17,243 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।
वहीं, एक हेल्थ एक्सपर्ट ने कहा कि वायरस को किसी विशेष जगह या राज्य में पनपने के लिए कई तरह की परिस्थितियों को जिम्मेदार कहा जा सकता है, इसमें भू स्थल, जनसंख्या घनत्व, परंपरा और लोगों का व्यवहार भी अहम होता है। उदाहरण के लिए केरल में ग्रामीण और शहरीय आबादी के जनसंख्या घनत्व में अधिक अंतर नहीं है, इसलिए संक्रमण का प्रभाव लगभग सभी जगहों पर एक समान ही देखा गया। कोविड पॉजिटिव मरीजों में 84 प्रतिशत लोगों का केरल में घर पर ही इलाज किया जा रहा है जो कि होम क्वारंटाइन हैं, इसलिए जब मरीज या परिजन घर से बाहर निकलते हैं तो वह कोविड के जोखिम वाले लोगों को भी संक्रमित करने में मददगार होते हैं। बावजूद इसके हाल ही में हुए नेशनल सीरो सर्वेक्षण के आंकड़े बताते हैं कि केरल की बड़ी आबादी के एक बड़े हिस्से में अभी कोविड संक्रमण नहीं फैला है।