जालौर। यह नए दौर का भारत है। यहां विकास को परखने और देश में विश्वास जगाने का काम स्वयं केंद्रीय मंत्री करते हैं। उसके बाद कोई आता है। इसलिए आज जब वायुसेना के फाइटर्स के इमरजेंसी लैंडिग के लिए सड़क तैयार किया गया, तो उसका परीक्षण जिस फाइटर से किया गया, उसमें स्वयं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सवार थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत जालौर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग फिल्ड के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडरकी ने कहा कि मने भारतमाला परियोजना के तहत करीब 45 करोड़ की लागत से 3 किलोमीटर लंबी एयरस्ट्रिप तैयार की है। इसकी क्वालिटी बहुत अच्छी है। इसका उपयोग भारतीय वायुसेना की आपातकालीन लैंडिंग के लिए होगा।
Emergency Landing Facility on Satta-Gandhav stretch of NH-925A near Barmer is being inaugurated. Watch https://t.co/MykNONmJQX
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 9, 2021
जारी एक बयान के मुताबिक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने भारतीय वायु सेना के लिए आपातकालीन लैंडिंग सुविधा को ध्यान में रखते हुए 3 किमी लंबी NH-925A के सट्टा-गंधव स्ट्रेच पर हवाई पट्टी का निर्माण किया है। राजस्थान में बाड़मेर के पास बना ये इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड भारत-पाकिस्तान की सीमा से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है। बयान में कहा गया है कि यह पहली बार है जब भारतीय वायु सेना द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल आपातकालीन लैंडिंग के लिए किया जाएगा।