नई दिल्ली। कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो समाज की बंदिशों को आप डटकर मुकाबला कर सकते हो। हमारे समाज ने तय कर रखा है कि ये काम लडकें करेंगे और ये काम लड़कियां। या यूं कहें कि काम में स्त्री-पुरुष के लिण् लकीर खींच दी है। यदि आप इस लकीर को मिटाते हैं, तो समाज की छींटाकशी और तमामा बंदिशों को सहना होगा। अब भव्या शर्मा को देखें। भव्या भारत की पहली RO Technician हैं।
अभी तक RO Technician के बारे में इतना ही मालूम था RO की कंप्लीट सर्विस देने वाला पुरुष। इस लकीर की फकीर वाली मानसिकता को तोड़ा है भव्या शर्मा ने। जब भव्या से इस बाबत बात की तो उन्होंने बताया कि विपरीत परिस्थितियां या इंसान को तोड़ देती हैं या उसे निखार देती हैं। कुछ ऐसा ही हुआ भव्या के साथ इस साल मार्च में उनके पति की सड़क हादसे में मौत हो गई। उनके पति ही घर में अकेले कमाने वाले थे। मौत के बाद घर की जिम्मेदारी उन पर आ गई। परिवार में उनकी एक छोटी बेटी है। वो उसे अच्छी जिंदगी देना चाहती हैं। इन बिगडे़ हालातों में वो किसी पर बोझ नहीं बनना चाहती थीं, तो अरटे का काम करने का सोचा। भव्या शर्मा को RO को रिपेयर करना उनके पति ने सिखाया था। आज भव्या शर्मा Urban Company में सीनियर RO Technician हैं।
भव्या शर्मा तुमने साबित कर दिया जिंदगी आगे बढ़ने का नाम है। हमारी शुभकामनाएं तुम्हारे साथ हैं।