India US relation : संबंधों को नई मुकाम देने तीन दिन के लिए अमेरिका गए पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के लिए रवाना हुए। वे वहां पहले व्यक्तिगत रूप से क्वाड नेताओं की समिट में भाग लेंगे, द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे।

नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की तीन दिन की यात्रा पर बुधवार को रवाना हो गए हैं। यूएन के अधिवेशन में वो अपनी बात रखेंगे। साथ ही अमेरिकी मुखिया जो बाइडेन के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता भी प्रस्तावित है, जिस पर दुनिया के कई देशों की नजर है। खास बात यह भी है कि करीब तीन साल पीएम मोदी पाकिस्तान के वायुक्षेत्र से गुजरकर अमेरिका जा रहे हैं।

अमेरिकी रवाना होने से पहले दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं अपनी यात्रा का समापन संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने एक भाषण के साथ करूंगा, जिसमें वैश्विक चुनौतियां खासकर कोविड-19 महामारी, आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान मैं राष्ट्रपति बाइडेन के साथ भारत अमेरिकी व्यापक-वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और आपसी हितों से जुड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करूंगा। अपनी इस यात्रा के दौरान मैं उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ मुलाकात को लेकर भी उत्सुक हूं और इस दौरान दोनों देशों के बीच विशेष रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर बातचीत की जाएगी। मैं राष्ट्रपति बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के साथ व्यक्तिगत रूप से पहले क्वाड नेता शिखर सम्मेलन में हिस्सा लूंगा। यह सम्मेलन इस वर्ष मार्च में हमारे बीच हुए वर्चुअल शिखर सम्मेलन के परिणामों की प्रगति के बारे में विचार विमर्श करने और भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण के आधार पर भविष्य की गतिविधियों की प्राथमिकताओं की पहचान करने का अवसर प्रदान करता है।

इस यात्रा की खास बात यह भी है कि दी का विमान बिना रुके 15 घंटे में अमेरिका पहुंचेगा। चूंकि इस विमान को अफगानिस्तान के रास्ते से बचाना है, इसलिए अमेरिका पहुंचने में थोड़ा ज्यादा समय लगेगा। पाकिस्तान ने इससे पहले राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और पीएम मोदी की विदेश यात्राओं के लिए तीन बार वायुक्षेत्र का इस्तेमाल करने से मना कर दिया था। ये मामले साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद के हैं। इसी साल पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के श्रीलंका दौरे के समय भारत ने अपने वायुक्षेत्र का इस्तेमाल करने दिया था।