मिथिला स्टार्टअप तंत्र की नई शुरुआत करेंगे उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ

मिथिला स्टार्टअप स्थानीय चुनौतियों का समाधान कर रहे हैं - कृषि सुधार, किसानों के लिए अभिनव वित्तपोषण, ग्रामीण लोगों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं, शिक्षा सहायता, ईकामर्स, यात्रा और पर्यटन, स्थानीय ऑनलाइन बाजारों को मजबूत करना आदि। एसटीपी परिचालन के साथ, मिथिला में आईटी/आईटीईएस स्टार्टअप्स और निर्यातोन्मुखी इकाइयों का भी उदय होगा। इन सभी को परिकल्पित स्टार्टअप इनक्यूबेटर से लाभ मिल सकता है।


दरभंगा।
कभी द्वार बंग कहा जाने वाले दरभंगा अब विकास के लिए नए रास्ते तैयार कर रहा है। युवा उद्यमियों को स्टार्टअप के क्षेत्र में नई संभावनाओं और कार्ययोजनाओं के बारे में एक नया मंच मिल रहा है। इस मंच को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ नया मंत्र देंगे। उनके साथ ही तमाम क्षेत्र के विशेषज्ञ यह बताने के लिए लोगों के बीच हैं कि आखिर किस रास्ते पर चलकर अपने लक्ष्य को हासिल किया जाए। मिथिला के लिए यह विशेष अवसर है। लोगों को पटना के साथ ही दरंभगा में समेकित सूचना और अवसर की उपलब्धता होगी।

दरअसल, हाल के वर्षों में भारत में स्टार्टअप की लहर देखी जा रही है। आलम यह है कि टीवी शोज के बाद स्टार्टअप हर घर में चर्चा का नया विषय है। रोजगार सृजन के प्रभाव, धन सृजन क्षमता और युवाओं को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वालों में बदलने की संस्कृति में बदलाव को देखते हुए सरकारें भी स्टार्टअप्स का समर्थन कर रही हैं। उसी कड़ी में बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ दरभंगा आ रहे हैं।

आयोजकों की ओर से कहा जा रहा है कि स्टार्टअप्स को शुरुआती दौर में काफी पोषण की जरूरत होती है। उन्हें इंफ्रास्ट्रक्चर, कम लागत वाली ऑफिस स्पेस, मीटिंग और कॉन्फ्रेंस रूम, सलाहकारों, विशेषज्ञों और सेवा प्रदाताओं जैसे वकीलों, सीए, सुविधा और धन संकलन की आवश्यकता है। इसके लिए बिहार सरकार ने राज्य भर में कई स्टार्टअप इनक्यूबेटर बनाए हैं। हालांकि, मिथिला क्षेत्र में स्टार्टअप इनक्यूबेटर नहीं हैं और मिथिला स्टार्टअप को आवश्यक सेवाएं प्राप्त करने के लिए पटना जाना पड़ता है।

इस अंतर को पहचानते हुए, मिथिला एंजल नेटवर्क (एमएएन ) एक प्रमुख गैर-लाभकारी संस्था, सेंटर फॉर स्टडीज ऑफ ट्रेडिशन एंड सिस्टम्स (सीएसटीएस) के साथ मिलकर, मिथिला स्टार्टअप तंत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख तकनीकी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी में मिथिला का पहला स्टार्टअप इनक्यूबेटर बनाने की पहल शुरू कर रहा है। मिथिला ऐन्जल नेटवर्क एमएएन के श्री अरविंद झा ने कहा कि अपने 700$ सदस्यों की विशेषज्ञता दूरस्थ सलाह, परामर्श, इन-पर्सन सत्रों के लिए लाएगा जब इसके सदस्य अपने मूल स्थान पर जाएंगे और मिथिला में स्टार्टअप के लिए पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण और मजबूती से करेंगे।

मिथिला ऐन्जल नेटवर्क, (एमएएन) सीएसटीएस के साथ मिलकर 10 मई, 2023 को 4-7 बजे शाम राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र, दरभंगा में एक कार्यशाला/थिंक टैंक/चर्चा का आयोजन कर रहा है। मिथिला तकनीकी शिक्षा के दिग्गज बड़ी संख्या में स्थानीय स्टार्टअप के साथ एमएएन और सीएसटीएस टीम के साथ चर्चा करेंगे। बैठक को बिहार सरकार के माननीय उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ, डॉ० (प्रो०) समरेन्द्र प्रताप सिंह पूर्व कुलपति, ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी सह आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी, प्रो० डॉली सिन्हा उप कुलपति, ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी प्रोफ बी.एस.झा निदेशक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम महिला प्रौद्योगिकी संस्थान, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, प्रो. संदीप तिवारी प्राचार्य, दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज,बिहार सरकार प्रो मनोज कुमार,वरिष्ठ वैज्ञानिक मखाना अनुसंधान केंद्र,दरभंगा जैसे महत्वपूर्ण विद्वानों द्वारा आशीर्वाद दिया जा रहा है। बैठक में दरभंगा में एक स्टार्टअप इनक्यूबेटर के निर्माण के लिए एक खाका तैयार होने की उम्मीद है, जो स्थानीय स्टार्टअप को प्रेरित करेगा और क्षेत्र में स्टार्टअप के विकास को गति देगा।