जीवन में ताजगी चाहिए, तो बदलाव जरूरी होता है। घर के एक जैसे इंटीरियर से आप जरूर बोर हो चुके होंगे। चेंज करना है, लेकिन मंहगाई रास्ता रोक रही है। ऐसी स्थिति में साल दर साल रंग-रोगन करवाना या सोफा सेट बदलना मुश्किल होता है।घर के इंटीरियर में नयापन लाना असंभव नहीं है। यानी बिना जेब ढीली किए घर का कोना-कोना नएपन से चमकाएं। इसके लिए जरूरत है इंटीरियर डेकोरेटर की सलाह को अपनाने की, ताकि बिना बजट की गड़बड़ी के आपका आशियाना लगे हसीन।
रग्स का जादू
फर्श सीमेंट का है या टाइल का या महंगा इटैलियन मार्बल का। रोजाना एकसा। जाहिर है ऐसे में बोरियत तो होगी ही। ऐसे में हर बार नया फर्श बनवाना संभव नहीं होता। इसका सस्ता व सुलभ उपाय है रग्स। कालीन नहीं। अगली बार आप फर्श का लुक बदलना चाहते हैं, तो रग्स अपनाएं। आपको बता दें कि रग्स की तमाम वेरायटी आपको किसी भी अपहोल्स्ट्री दुकान में मिल जाएगी।
जगमग शीशा
घर छोटा है? चाहत है बडे घर की। इस चाहत के लिए ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना चाहते तो इसका बेस्ट आॅप्शन है शीशा। यानी खुले व बडे घर की चाहत आप घर में शीशे के प्रयोग से कर सकते हैं। इसके लिए घर के मेन एंट्रेंस और लॉबी में शीशे का प्रयोग (चाहे दीवार की लंबाई या विभिन्न आकार के शीशे के वॉल हैंगिग्स या फोटो प्रेहृम जितना) करें।
फिक्सचर्स से नयापन
फिक्सचर्स। यानी लिविंग रूम, बेडरूम, किचन, पूजा रूम आदि के स्विच बोर्ड व स्विच, पर्दों की रॉड़ अलमारियों व शेल्फ के हैंडल में बदलाव करके आप कमरे में नयेपन का स्वागत कर सकती हैं।
मोल्डिंग मैजिक
घर के दरवाजे, इनबिल्ड अलमारियों आदि को रोज-रोज बदलना संभव नहीं हैं। ऐसे में आप वार्निशिंग व मोल्डिंग में फेरबदल करके पुराने दरवाजों व इनबिल्ड अलमारियों की लुक बदल सकते हैं। इसके अलावा आप इनका पेंट (बाहर व अंदर) भी बदलें।
सजाएं खिड़कियां
वही घिसे-पिटे पर्दे। जिनका इस्तेमाल साल दर साल होता है। इन पर्दों से घर का एकसा लुक दिखता है। इससे बचने का एक उपाय है खिघ्कियों की बदलती सजावट। इसके लिए आप चिक ब्लाइंड्स, पर्दों के फैब्रिक (कॉटन फैब्रिक में फ्लोरल प्रिंट, ज्योमैट्रिक प्रिंट, सी थ्रू आदि), रंग ( कूल शेड्स, जैर्से लाइम ग्रीन, येलो, ऑरेंज सी ब्लू आदि) का प्रयोग करें।
पुराने वॉलपेपर का इस्तेमाल
पुराने बदारंग या कटे-फटे वॉलपेपर को बदलकर आपने दीवारों को तो सजा लिया, पर यह क्या पुराने वॉलपेपर को फेंक दिया। इसे पुनः इस्तेमाल करके आप इसे बहुपयोगी घर का लुक दे सकती हैं। मसलन पुराने वॉलपेपर को अलमारियों के प्रत्येक रैक या बेड के साइड टेबल, मंदिर के बेस पर बिछाएं।
आगे-पीछे फर्नीचर
घर की एक लुक से बोर हो गई हैं, तो नया फर्नीचर खरीदने के बजाए उसे रीअरेंज करें। इसके अलावा इसकी प्लेसमेंट भी बदलें। मसलन आपने सोफा सेट या दीवान दीवार से सटाकर रखे हैं, तो इनमें और दीवार में कम से कम 30 इंच का फासला रखें आदि। ऐसा करने से पुराने फर्नीचर को कंप्लीट न्यू लुक मिलेगी। यानी आपके घर में मिलेगा नएपन का एहसास।