नई दिल्ली। दुनिया की सबसे लंबी रेल यात्राओं में से एक, ट्रांस-साइबेरियन रेलवे मॉस्को से व्लादिवोस्तोक तक लगभग 9,289 किलोमीटर तक फैली हुई है जामे लगभग 7 दिन लगते हैं और यह आठ टाइम जोन को पार करे है। इस चक्कर में मॉस्को, येकातेरिनबर्ग, नोवोसिबिर्स्क, इरकुत्स्क (बैकाल झील के धौरे), उलान-उडे और व्लादिवोस्तोक शामिल हैं। ट्रेनें बुनियादी से लेकर आलीशान तक की हैं, जिनमें प्रसिद्ध रोसिया ट्रेन और गोल्डन ईगल पर उच्च-स्तरीय यात्राएँ जैसे विकल्प शामिल हैं। रस्ते में मुसाफिर यूराल पहाड़ ,साइबेरियाई ताइगा और प्रतिष्ठित झील बैकाल की घैल प्राकृतिक नज़ारे देखते हैं। इस ट्रेन में स्थानीय लोगों से मिलने, क्षेत्रीय खाद्य पदार्थों का स्वाद लेने और रूसी शहरों और गांवों को देखने के अवसर मिलते हैं। यह साल भर चलने वाली यात्रा है, हर मौसम इस प्रतिष्ठित मार्ग पर अपनी खूबसूरती लेकर आता है।
महत्वपूर्ण तथ्य
1. सबसे लंबा रेलवे: ट्रांस-साइबेरियन 9,289 किलोमीटर तक फैला है, जो यूरोप और एशिया दोनों को पार करता है।
2. आठ टाइम ज़ोन: ट्रेन के आठ टाइम ज़ोन से गुज़रने के कारण यात्री अपनी घड़ियों को बहुत ज़्यादा एडजस्ट करते हैं!
3. बैकाल झील: इस स्टॉप पर दुनिया की सबसे गहरी झील है, जिसमें पृथ्वी के 20% बिना जमे हुए मीठे पानी का भंडार है।
4. इंजीनियरिंग की खूबियाँ: इस रूट में 500 से ज़्यादा पुल और 200 सुरंगें शामिल हैं।
5. दुनिया का सबसे बड़ा लेनिन हेड: उलान-उडे में, आप लेनिन के सिर की एक विशाल मूर्ति देख सकते हैं, जो 25 फ़ीट ऊँची है