नई दिल्ली। खास किस्म के रसायनों में ग्लोबल लीडर लुब्रीज़ोल कॉर्पोरेशन भारत में अपने पोर्टफोलियो में मौजूद कई जरूरी परियोजनाओं के माध्यम से विकास को गति देने के अपने वादे को आगे बढ़ा रहा है। कंपनी इस क्षेत्र में 150 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक के निवेश का वचन दे रही है, जिसमें गुजरात के विलायत में भारत के सबसे बड़े सीपीवीसी रेजिन प्लांट को स्थापित करना, गुजरात के दाहेज की अपनी साइट की क्षमता को दोगुना करना, नवी मुंबई में एक ग्रीस लैब खोलना और देश के अंदर जॉब ग्रोथ और इनोवेशन को बढ़ावा देना शामिल है।
लुब्रीज़ोल के अध्यक्ष और सीईओ रेबेका लिबर्ट ने कहा, “व्यापार में निवेश के लिए सहायक माहौल के साथ भारत सबसे तेजी से बढ़ती ग्लोबल अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, साथ ही हम कई उद्योगों के रिजनल ग्रोथ में भी सहायता दे रहे हैं।” “हम नए निर्माण, प्रयोगशाला और आर एंड डी साइटों को जोड़ रहे हैं, देश में इनोवेशन को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत में तेजी से फैल रहे विशाल वर्कफोर्स और व्यापारिक हालात का फायदा उठाने वाली नौकरियों को जोड़कर सफलता का एक ऐसा ढांचा खड़ा कर रहे हैं जो 50 सालों तक टिकी रहेगी, जिसकी सहायता से हम न केवल देश के भीतर बल्कि भारत के आसपास के देशों की जरूरतों को भी पूरा कर पाएंगे।
भारत में लुब्रिजोल ने 1966 से काम करना शुरू किया जब कंपनी ने ट्रांसपोर्ट और इंडस्ट्रियल बाजार के लिए सहायक केमिकल एडिटिव के क्षेत्र में उत्पादन शुरू किया। उसके बाद से कंपनी काफी फैल चुकी है और इस रीज़न के लिए कई तरह के उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से कई तरह के उद्योगों को सहारा दे रही है।
कंपनी रीजनल और ग्लोबल दोनों जरूरतों को पूरा करने वाली भूमिका निभाते हुए भारत में अपने कर्मचारी आधार को लगातार बढ़ा रही है। यह कई नई निवेश परियोजनाओं के माध्यम से 4,000 से भी अधिक नौकरियाँ देने की भी उम्मीद करती है:
ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ मिलकर दुनिया का सबसे बड़ा सीपीवीसी रेजिन उत्पादन संभव बनाया। 2001 में, लुब्रीज़ोल ने सीपीवीसी को भारत के बाज़ार में पेश किया, जो इस रीज़न के लिए आर्थिक विकास का एक अहम अवसर बना। आज भारत सीपीवीसी के सबसे बड़े कंज्यूमर्स में से एक है, खास कर प्लंबिंग पाइप और फिटिंग के नजरिए से। सभी आवासीय और व्यावसायिक भवनों में साफ पानी की बढ़ती ज़रूरतें विकास की गति को लगातार बढ़ावा देंगी। लुब्रीज़ोल और ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जो आदित्य बिड़ला समूह की एक फ़्लैगशिप कंपनी है, इस साल के अंत में विलायत में ग्रासिम की साइट पर 100,000 मीट्रिक टन के ‘स्टेट-ऑफ-द आर्ट’ सीपीवीसी रेजिन प्लांट के पहले चरण की शुरुआत करेगी। यह ग्लोबल स्तर पर सीपीवीसी रेजिन उत्पादन की अकेली सबसे बड़ी साइट होगी। विलायत में बने सीपीवीसी रेजिन के उत्पादों को लुब्रीजोल के फ्लोगार्ड® प्लस, कॉर्ज़न® और ब्लेज़मास्टर® ब्रांडों के तहत बेचा जाएगा।