नई दिल्ली। कल का ग्रहण लगभग 4 घंटे तक रहेगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण पश्चिम अफ्रीका, पश्चिम यूरोप, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। भारत में यह केवल अरुणाचल प्रदेश और असम में कुछ समय के लिए ही दिखाई देगा। शुक्रवार को पड़ रहे इस ग्रहण के समय कृतिका नक्षत्र में चन्द्रमा वृष राशि में होंगे वराहमिहिर रचित बृहत् संहिता के अनुसार वृषभ राशि में पड़ने वाले ग्रहण के कारण “दूध का व्यवसाय करने वालों, पशु पालकों, पशुओं का व्यापर करने वालों, महत्वपूर्ण लोगों तथा विशिष्ट लोगों के लिए कष्टकारी हो सकता है, इस चंद्र ग्रहण के कुछ दिनों के भीतर दूध की कीमत में वृद्धि हो सकती है।
ग्रहण के बाद बढ़़ सकती है कुछ परेशानियां
ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा राहु केतु के अक्ष में क्रमशः वृश्चिक और वृष राशी में हैं, वृषभ राशि से प्रभावित बिहार और झारखंड में आसामान्य वर्षा से जान-माल की हानि हो सकती है। राजनीतिक मामलों में भी उथल-पुथल की स्थिति हो सकती है, चंद्र ग्रहण की कुंडली में जल तत्व की राशि मीन लग्न उदय हो रहा है तथा सूर्य और चंद्र दोनों जल तत्त्व की राशिओं के नवांश में सिथत रहेंगे जिससे पहाड़ों पर भारी बर्फ पड़ने तथा दक्षिण भारत में भारी वर्षा से मौसम में बड़े बदलाव होंगे स ग्रहण के तुरंत बाद उत्तर भारत में शीत लहर तथा दक्षिण भारत में भारी वर्षा से जन-जीवन प्रभावित होगा।