Mahapanchayat in Karnal : करनाल में जारी है किसान धरना-प्रदर्शन, पूरी रात डटे रहे मिनी सचिवालय पर

28 अगस्त को करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज किया गया। 7 सितंबर को किसानों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। अब किसानों ने मिनी सचिवालय को घेर लिया है। जब तक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, किसान डटे रहने की बात कर रहे हैं।

करनाल। किसान आंदोलन हरियाणा सरकार के लिए नई परेशानी का सबब बन कर आई है। किसानों पर पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में कुछ प्रशासनिक अधिकारी के तबादले की मांग को लेकर किसान नेता अपने साथियों के साथ पूरी रात करनाल के मिनी सचिवालय के बाहर डटे रहे। रात में वहीं खाना खाया और डटे रहे। सुबह की नाश्ता और चाय वहीं मिलीं। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक हरियाणा सरकार दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है, वे यहां से नहीं जाएंगे।

किसानों पर लाठीचार्ज के बाद अपनी मांगों को लेकर करनाल में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। करनाल में मिनी सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए लंगर लगाया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, ”आगे क्या करना है ये बैठकर तय करेंगे। रात में प्रशासन से बातचीत नहीं हुई थी। प्रशासन अपना काम करे, वे दूसरे गेट का इस्तेमाल कर लें, कई गेट हैं।”


28 अगस्त को किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद ज़िला प्रशासन द्वारा घायल प्रदर्शनकारियों को मुआवज़ा देने और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर किसानों ने कल मिनी सचिवालय का घेराव किया था। हरियाणा सरकार की ओर से कहा गया है कई सीनियर अफसरों को किसानों के बीच भेजा गया है और किसान नेताओं से बातचीत कर जल्दी ही कोई हल निकाला जाएगा।