Congress leader Sadanand Singh death : नहीं रहे पूर्व अध्यक्ष सदानंद सिंह, कांग्रेस के लिए काफी क्षति

बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व विधानसभा अध्यक्ष रहे सदानंद सांस का आज पटना में निधन हो गया। वे बीते साल से बीमार थे। हाल ही में दिल्ली से पटना आए थे। उनके निधन से बिहार राजनीति में एक शून्य पैदा हो गया है। नेता उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

पटना। बिहार में कांग्रेस की राजनीति के मुख्य आधार रहे वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सदानंद सिंह नहीं रहे। वे प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। भागलपुर से आने वाले सदानंद सिंह की कांग्रेस संगठन पर अच्छी पकड़ थी। उनके निधन की सूचना मिलते ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर पसर गई है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद सहित कई अन्य नेताओं ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सदानंद सिंह का निधन पटना के सगुना मोड़ स्थित क्यूरिस अस्पताल में हुआ है। बीते दिनों जैसे ही सदानंद सिंह के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना मिली थी, उसके बाद कांग्रेस के अलावा भी विभिन्न दलों के नेताओं ने जाकर उनसे अस्पताल में मुलाकात की थी। सभी ने उनका कुशलक्षेम पूछा था।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा परिसर जाकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बता दें कि यहां उनका पार्थिक शरीर रखा गया है। श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सदानंद सिंह जी के निधन से हम सभी दुखी हैं। वे लोक प्रिय नेता, विधानसभा के अध्यक्ष, बिहार सरकार में मंत्री और विधानसभा में 9 बार सदस्य रहे हैं। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। हम सभी लोग उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की।

प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के निधन पर बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने शोक प्रकट किया है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है।

बता दें कि पिछले साल संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भी वो काफी सक्रिय रहे और इसबार उन्होंने अपने जगह पर कहलगांव सीट से अपने बेटे को टिकट देकर चुनाव लड़ाया था।

हम पार्टी के नेता जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर अपना दु:ख प्रकट किया। उन्होंने लिखा कि ‘आज मेरे पुराने साथी ने मेरा साथ छोड दिया.सदानंद बाबू हमें छोडकर चले गए।’