Male Birth Control Gel: शोधकर्ताओं को क्लिनिक ट्रायल में मिले सकारात्मक परिणाम

यह एक हार्मोनल जेल है, जिसे पुरुषों को रोज एक बार अपने कंधों पर लगाना हैं। समय के साथ, यह वृषण में शुक्राणु के उत्पादन को रोक देगा।?

नईदिल्ली। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और गैर-लाभकारी जनसंख्या परिषद द्वारा विकसित किए गए इस जेल में शोधकर्ताओं ने दो हार्मोन नेस्टोरोन (एक प्रोजेस्टिन) और टेस्टोस्टेरोन का इस्तेमाल किया है, जो पुरुष सेक्स हार्मोन है। बता दें, नेस्टोरोन वृषण में टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को दबाता है और शुक्राणु के विकास को भी रोकता है। कंधे की हड्डियों के बीच 5 मिलीलीटर हार्मोनल जेल को प्रतिदिन एक बार लगाया जाता है। जेल का सेजेस्टेरोन एसीटेट घटक, जो एक सिंथेटिक प्रोजेस्टेरोन है, वृषण में टेस्टोस्टेरोन को बनाए रखने के लिए आवश्यक हार्मोन को दबाता है, जिससे शुक्राणु उत्पादन बाधित होता है।

शोधकर्ता 2005 से इस जेल की खुराक को तैयार करने पर काम कर रहे हैं। उनके हाल के चरण 2बी परीक्षणों में शामिल 300 से अधिक जोड़ों ने इसे सही पाया है। बता दें, प्रति मिलीलीटर वीर्य में लगभग 15 मिलियन से 200 मिलियन स्पर्म पाए जाते हैं, जिनकी संख्या इस जेल को लगाने के बाद प्रति मिलीलीटर 1 मिलियन से कम हो गयी। शुक्राणुओं की ये संख्या गर्भावस्था को रोकने के लिए पर्याप्त कम है। चूंकि गर्भनिरोधक जेल अभी ​​परीक्षणों से गुजर रहा है, इसलिए शोधकर्ता इसके लंबे समय की सुरक्षा और प्रभावकारिता की अभी भी जांच कर रहे हैं है। लेकिन उनके शोध के शुरुआती निष्कर्ष आशाजनक हैं।

इस वर्ष के अंत तक जेल का परीक्षण समाप्त होने की उम्मीद है, जिसके बाद शोधकर्ता अगले चरण में परिणामों का विश्लेषण करेंगे। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अधिकारी को उम्मीद है कि यह सकारात्मक परिणाम दिखाता रहेगा, लेकिन आगे बढ़ने के लिए अधिक धन की आवश्यकता है, और अभी, कोई वाणिज्यिक भागीदार नहीं है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ एंड ह्यूमन डेवलपमेंट की शाखा प्रमुख डायना ब्लिथ ने कहा, ‘हम परिणामों से वास्तव में उत्साहित हैं। संयोजन हमारी अपेक्षा से बेहतर, तेज़ दमन प्रदान करता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं कहूंगी कि हमारी उम्मीद थी कि यह हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियों के समान होगा। और मैं बस इतना कह सकती हूं कि यह उससे कहीं बेहतर है।’