नई दिल्ली। हाल के दिनों में जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है, उससे देश ही नहीं विदेशों में भी चिंता की लकीरें देखी जा रही है। जापान में हो रहे टोक्यो ओलंपिक में लगातार कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो रही है। अब तक टोक्यो ओलंपिक का सफल आयोजन हो रहा है। खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश में है। लेकिन जिस प्रकार से कोरोना वहां बढ़ा है, उससे अब सवाल उठने लगा है कि क्या टोक्यो ओलंपिक सुपर स्प्रेडर इवेंट न हो जाए ?
यदि ऐसा होता है, तो टोक्यो ओलंपिक के नाम पर यह धब्बा होगा, जिससे पार पाना आसान नहीं होगा। आंकड़े बताते हैं कि जापान में कल कोरोना संक्रमण के 9583 और टोक्यो में 3177 मामले पाए गए थे जो जनवरी के बाद से सर्वाधिक हैं। मंगलवार को भी यहां कोरोना संक्रमण के 2,848 नए मामले दर्ज किए गए थे। पिछले साल महामारी शुरू होने के बाद से यहां कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले दो लाख से अधिक हो गए हैं। सरकार के शीर्ष मेडिकल सलाहकार डॉक्टर शिगेरू ओमी ने कहा, ‘संक्रमण दर कम होने का नाम ही नहीं ले रही। कई कारणों से यह बढ़ रही है।’अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि दो विदेशी खिलाड़ी अस्पताल में हैं और 38 अन्य होटल में क्वारंटाइन में है। अभी जापान की 26.3 प्रतिशत आबादी को टीके की दोनों डोज लगी हैं।
असल में, टोक्यो ओलंपिक की शुरूआत से पहले ही वहां कुछ केसों की पुष्टि हुई थी। बावजूद इसके आयोजन अपने नियत समय पर शुरू हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और ओलंपिक आयोजन समिति की ओर से जारी गाइडलाइन का भरसक पालन होता है, लेकिन वास्तविकता यही है कि टोक्यो में कोरोना संक्रमण की दर में वृद्धि हो रही है। लोगों में चिंता भी बढ रही है कि कहीं यह दुनिया में तीसरी लहर की शुरुआत तो नहीं हो गई है।