भोपाल। राजनीतिक विश्लेषक और मोटिवेशनल स्पीकर श्री प्रेम चावला ने देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वैदिक जी भारतीय भाषाओं के पक्षधर, हिंदी के चर्चित पत्रकार, प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया की हिंदी सर्विस भाषा के संस्थापक संपादक रहे हैं। हिंदी के लिए ताजिंदगी उन्होंने संघर्ष किया। भारतीय भाषाओं के प्रबल पैरोकार का गुजरना भारतीय भाषाओं और भारतीयता के लिए बड़ी क्षति है।
श्री प्रेम चावला ने कहा कि सुबह पत्रकार मित्रों से जानकारी मिली कि वरिष्ठ पत्रकार श्री वैदिक जी मंगलवार सुबह नहाने के समय बाथरूम में गिर गए और बेसुध हो गए थे। काफी देर तक बाहर न आने के बाद परिजनों ने दरवाजा तोड़ा और उन्हें बाहर निकाला। इसके बाद तत्काल उन्हें नजदीक में ही प्रतीक्षा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
श्री प्रेम चावला ने अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ. वेदप्रताप वैदिक की गणना उन राष्ट्रीय अग्रदूतों में होती है, जिन्होंने हिंदी को मौलिक चिंतन की भाषा बनाया और भारतीय भाषाओं को उनका उचित स्थान दिलवाने के लिए सतत संघर्ष और त्याग किया था। शोक संतप्त परिवार के लिए हम परमात्मा से प्रार्थना करते हैं।