अब विपक्षियों पर जुबानी हमला कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री

सड़क से संसद तक गतिरोध जारी है। पक्ष विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है। आज केंद्रीय मंत्रियों ने विपक्षी सांसदों के आचरण और सोच को लेकर उनकी निंदा की है। कई मंत्री सरकार का पक्ष रख रहे हैं।

नई दिल्ली। संसद में गतिरोध जारी है। विपक्षी सांसदों के हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही नहीं चल पा रही है। किसान, कोरोना, महंगाई, पेगासस जैसे मुद्दों पर विपक्षी सांसदों के तेवर तल्ख हैं। इस बीच कई केंद्रीय मंत्रियों ने सरकार का पक्ष रखते हुए विपक्षी सांसदों के रवैये की निंदा की है। उनका कहना है कि विपक्ष चाहता ही नहीं कि संसद की कार्यवाही चले। विपक्षी चर्चा से भाग रही है। लोकसभा सोमवार 26 जुलाई तक के लिए स्थगित हुई।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है कि विपक्ष सड़क पर सिर फोड़ता है और सदन में कागज फाड़ता है। सवाल उठाते हैं लेकिन जवाब सुनने को तैयार नहीं होते। कल की घटना लोकतंत्र को शर्मसार करती है। विपक्ष चर्चा से क्यों भाग रहा है?

वहीं, केंद्रीय रेल एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि TMC की बंगाल में हिंसा की संस्कृति है और वो ही संस्कृति वो संसद में लाने की कोशिश कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल में भाजपा के कार्यक​र्ताओं पर जिस तरह की हिंसा की है, उसी संस्कृति को आज वो संसद में ला रहे हैं।

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान आज दूसरे दिन जंतर-मंतर पर किसान संसद चला रहे हैं। सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से उनके बयान की प्रति छीनकर फाड़ने वाले तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतुन सेन पर गाज गिरी है। सदन में निलंबन प्रस्ताव पास होने के बाद तृणमूल कांग्रेस के शांतनु सेन को अशोभनीय आचरण के लिए संसद के पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।

वहीं, केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोग किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर काम कर रहे हैं। कुछ लोग अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे उनको फायदा नहीं होगा।