PNB : निर्यातकों को लाभ पहुंचाने के लिए पीएनबी ने लाॅन्च किया ट्रेड फाइनेंस पोर्टल

सीएच. एस. एस. मल्लिकार्जुन राव ने पीएनबी संस्थान में ढांचागत बदलाव, जोखिम प्रबंधन, ऋण जोखिम अंकन और विदेशी मुद्रा संचालन मुख्य क्षेत्रों के वर्टिक्लाईजेशन पर ध्यान केन्द्रित करते हुए सेवाओं को बेहतर बनाने के बारे में अवगत कराया।

नई दिल्ली। नए आर्थिक वर्ष में पंजाब नैशनल बैंक (PNB) ने देश के निर्यातकों को सुविधा देने की पहल की है। इसके तहत ट्रेड फाइनेंस पोर्टल (Trade Financial Portal) लाॅन्च किया गया है। असल में, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के आला अधिकारियो हाल ही में नई दिल्ली में निर्यातकों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता पीएनबी (PNB) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सीएच. एस. एस. मल्लिकार्जुन राव ने की थी। इसमें बैंक के कार्यपालक निदेशक स्वरूप कुमार साहा भी उपस्थित थे।

बैठक के दौरान पीएनबी ने निर्यातको के लिए नई पहलों, ट्रेड फाइनेंस (Trade Finance) रिडाफाइन्ड और वीडियो कॉन्फ्रेंस विद एक्जीक्यूटिव जैसे ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च करने की घोषणा की गई। इस पोर्टल की सबसे खास बात यह है कि इसके जरिये 24 घंटे और सातों दिन निर्यात के दस्तावेज ट्रेड फाइनेंस सेंटर पर जमा कर सकेंगे जिससे प्रक्रिया बेहद तेज होगी और समय की भी बचत होगी।

बता दें कि इस बैठक में सीएच. एस. एस. मल्लिकार्जुन राव ने पीएनबी में पूर्ववर्ती ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के सफल समामेलन के बारे में चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने संस्थान में ढांचागत बदलाव, जोखिम प्रबंधन, ऋण जोखिम अंकन और विदेशी मुद्रा संचालन मुख्य क्षेत्रों के वर्टिक्लाईजेशन पर ध्यान केन्द्रित करते हुए सेवाओं को बेहतर बनाने के बारे में अवगत कराया। इस सम्मेलन में दिल्ली-एनसीआर के 65 से अधिक निर्यातकों ने हिस्सा लिया।

बैंक ने विदेशी मुद्रा कारोबार केन्द्रों को पूर्व में दो से बढ़ाकर चार महानगरों-दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में कर दिया है। प्रतिस्पद्धात्मक दर और विदेशी मुद्रा कारोबार के केन्द्रीयकरण से भारतीय निर्यातकों के लिए कारोबार करना आसान हो जाएगा। इस समारोह में निर्यातकों ने भी अपनी बात रखी और बिना किसी बाधा के बैंकद्वारा सफलतापूर्वक समामेलन और कोविड-19 के मुश्किल समय में निरंतर बैंकिंग सेवाओं की सराहना की। इसमें चैनल फाइनेंशिंग, निर्यात प्रस्तावों को ट्रैक करने, निर्यातकों के लिए फंड आधारित और गैर-फंड आधारित सीमा पर भी चर्चा और कई तरह के सुझाव भी दिए।