सीमाओं का हो रहा विस्तारः एमेज़ॉन के फुलफिलमेंट चैनल ने इलेक्ट्रो मार्ट को एक करोड़ के राजस्व तक पहुँचाने में मदद की

नई दिल्ली। दिल्ली में स्थित और श्री ऊधाराम खेमचंद के स्वामित्व के मोबिलिटी एवं कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और एक्सेसरीज़ सप्लाई बिज़नेस, इलेक्ट्रो मार्ट ने ऑनलाईन मार्केटप्लेस में अपने विस्तार का निर्णय लिया क्योंकि शॉपिंग का रूझान ऑनलाईन प्लेटफॉर्म्स की ओर जा रहा था। कम होते ऑफलाईन रिटेल बाजार और ऑनलाईन बिज़नेस की बढ़ती वृद्धि के साथ 2019 में एमेज़ॉन पर बिक्री करने का निर्णय सफल रहा। कंपनी के पास इस समय भारत के 5-6 राज्यों में वेयरहाउस हैं और यह अपने डिलीवरी और पैकेजिंग के काम संभालने के लिए एमेज़ॉन के फुलफिलमेंट बाय एमेज़ॉन (एफबीए) का उपयोग करती है।

श्री अली ने कहा, ‘‘फुलफिलमेंट बाय एमेज़ॉन ने पूरा दिन पैकेजिंग और ऑपरेशंस में बिताने की बजाय बिज़नेस के अन्य पहलुओं पर केंद्रित होने में समर्थ बनाकर हमारा काम आसान कर दिया। हमारे बिज़नेस में काफी वृद्धि हुई और हम हर माह औसतन 50 से 70 लाख का राजस्व अर्जित करने लगे तथा हमारे बिज़नेस में साल-दर-साल 50 से 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एमेज़ॉन पर पहले माह हमने लगभग 20 लाख का बिज़नेस किया, और कुछ महीनों में हमें बिज़नेस में 1 करोड़ रु. तक मिले।’’

एमेज़ॉन के एफबीए की मदद से इलेक्ट्रो मार्ट अपनी डिलीवरी प्रक्रिया को स्ट्रीमलाईन करने और अपने ग्राहक वर्ग का विस्तार करने में समर्थ बना, जिससे सेल्स में काफी वृद्धि हुई। एमेज़ॉन पर कंपनी की सफलता ने दिखा दिया कि डिजिटल बाजार में उतरने और वृद्धि करने के इच्छुक बिज़नेस किस प्रकार ऑनलाईन मार्केटप्लेस का उपयोग कर उसका लाभ उठा सकते हैं।

फुलफिलमेंट बाय एमेज़ॉन (एफबीए) एमेज़ॉन का एक इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन है, जिसे साल 2006 में पहली बार पूरे विश्व में लॉन्च किया गया था, जो भारत में सैलर्स को भी उपलब्ध कराया गया। यह बड़े निर्माताओं और वितरकों से लेकर ई-कॉमर्स न चलाने वाले छोटे और मध्यम विक्रेताओं तक सभी को अनेक समाधान प्रदान करता है। एफबीए सैलर्स के लिए बल्क शिपिंग संभव बनाता है, और उन्हें अन्य ऑपरेशनल ओवरहेड में निवेश करने की बजाय उत्पाद के निर्माण एवं सोर्सिंग में अपना ध्यान केंद्रित करने में समर्थ बनाता है।