HCLफाउंडेशन और UPNEDA के बीच हुआ MoU, ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीन प्रोजेक्ट को मिलेगा प्रोत्साहन

 

नोएडा : भारत की ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी HCLTech के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी एजेंडे को आगे बढ़ाने वाले HCLफाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश न्यू एंड रिन्युएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (UPNEDA), उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस MoU के तहत उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट को बढ़ावा दिया जाएगा।

HCLफाउंडेशन उत्तर प्रदेश में 40 सोलर मिनी ग्रिड के प्रबंधन में UPNEDA की मदद करेगा। ये ग्रिड रिन्युएबल एनर्जी का विस्तार करने और पिछड़े क्षेत्रों तक बिजली की पहुंच बढ़ाने के सरकार के लक्ष्य को मजबूती प्रदान करते हैं। दोनों पक्षों के बीच हुए इस समझौते में सलाहकार सेवाएं और प्रोजेक्ट को टिकाउ बनाने के लिए दीर्घकालिक साझेदारी शामिल हैं। यह MoU HCLफाउंडेशन के फ्लैगशिप प्रोग्राम समुदाय मिशन से जुड़ा हुआ है। यह प्रोग्राम सतत विकास से जुड़ी पहलों की मदद से ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

आलोक वर्मा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर – समुदाय और माई क्लीन सिटी, HCLफाउंडेशन ने कहा, “यह साझेदारी रिन्युएबल एनर्जी को प्रोत्साहन देने और इनोवेटिव सॉल्यूशन पेश करने में मदद करती है, इसी के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों की मदद करने के लिए HCLफाउंडेशन की प्रतिबद्धता को मजबूती प्रदान करती है। UPNEDA के साथ मिलकर, हम एक आत्मनिर्भर ग्रामीण ईकोसिस्टम तैयार करने के अपने मिशन के साथ स्थाई सामाजिक और पर्यावरणीय लाभ प्राप्त करना चाहते हैं।”

UPNEDA के डायरेक्टर निदेशक अनुपम शुक्ला, IAS ने कहा, “HCLफाउंडेशन ने गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए सोलर मिनी ग्रिड के संचालन का एक सफल मॉडल पेश किया है। पिछले पांच साल में, समुदाय प्रोग्राम के तहत हरदोई में स्थापित किए गए 32 मिनी ग्रिडों ने 41 गांवों को भरोसेमंद बिजली की आपूर्ति की है। UPNEDA और HCLफाउंडेशन के बीच हुए इस MoU की मदद से इसमें विस्तार करते हुए उत्तर प्रदेश में 40 सोलर मिनी ग्रिडों का संचालन और प्रबंधन किया जाएगा। इसी के साथ ही राज्य के 75 जिलों में 75 सोलर गांवों का विकास किया जाएगा।”

समुदाय के तहत, HCLफाउंडेशन ने हरदोई जिले में कई सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। इस प्रोग्राम की मदद से पिछड़े क्षेत्रों में बिजली की उपलब्धता के साथ ही इलाज, शिक्षा और आजीविका में सुधार आया है।