महंगाई को लेकर राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर जोरदार हमला

नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री पैनिक में हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि करना क्या है? हमारे प्रधानमंत्री डर गए हैं, ​इसे देखकर चीन भी अपनी योजना बना रहा है कि हिन्दुस्तान आ​र्थिक और नेतृत्व संकट में है तो हम जो निकाल सकते हैं वो निकाल लो।

नई दिल्ली। देश में महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से कोई राहत के कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर राजनीतिक रूप से विरोध प्रदर्शन भी हुए, लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी का कहना है कि 2014 में जब यूपीए ने ऑफिस छोड़ा था तो सिलेंडर का दाम 410 रुपये था और आज सिलेंडर का दाम 885 रुपये है। सिलेंडर के दाम में 116% की बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल की क़ीमत में 2014 से 42% और डीज़ल की क़ीमत में 55% की बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपये जीडीपी यानी गैस, डीज़ल, पेट्रोल से कमाए हैं। ये 23 लाख करोड़ रुपये गए कहां?

बुधवार को कांग्रेस सांसद मीडिया से बात कर रहे थे। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे समय में अतंरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का दाम आज से 32% ज़्यादा था और गैस का दाम 26% ज़्यादा था। अतंरराष्ट्रीय बाज़ार में गैस, पेट्रोल-डीज़ल के दाम गिर रहे हैं और हिन्दुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी तरफ हमारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है।

राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने पहले कहा था कि मैं डीमोनेटाइजेशन कर रहा हूं और वित्त मंत्री कहती रहती हैं कि मैं मोनेटाइजेशन कर रही हूं। किसानों, मज़दूरों, छोटे दुकानदार, एमएसएमई, सैलरीड क्लास, सरकारी कर्मचारियों और ईमानदार उद्योगपतियों का डीमोनेटाइजेशन हो रहा है। नरेंद्र मोदी जी के चार-पांच मित्रों का मोनेटाइजेशन हो रहा है।