इंदौर। रक्षा बंधन के पर्व पर आज इंदौर में चल रही 350 से ज्यादा सिटी बसों और आई-बसों में महिलाओं और युवतियों से किराया नहीं लिया जाएगा। बसों में बैठकर ये कहीं भी सफर कर सकेंगी। शहर में रक्षा बंधन को लेकर काफी उत्साह नजर आ रहा है। शहर के राजवाड़ा सहित अन्य बाजारों में इसकी रौनक दिखाई दे रही है।
अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड (एआईसीटीएसएल) द्वारा शहर में संचालित की जा रही आई-बस और सिटी बसें आज महिलाओं के लिए निश्शुल्क रहेंगी। कहीं भी आने-जाने पर किसी तरह का किराया नहीं देना होगा। दरअसल हर साल की तरह इस बार भी एआईसीटीएसएील ने रक्षाबंधन के लिए सेवाएं निश्शुल्क कर दी हैं। एआईसीटीएसएल की पीआरओ माला ठाकुर ने बताया कि शहर में 350 से अधिक सिटी बसों का संचालन अलग-अलग रूट पर किया जा रहा है।
इसी तरह बीआरटीएस पर भी 59 बसों का संचालन चल रहा है। इन सभी बसों में सोमवार को रक्षाबंधन त्योहार के चलते महिलाएं, युवतियों से किराया नहीं लिया जाएगा। भीड़ ऐसी कि स्लीपर कोच बन गए जनरल
रक्षाबंधन को लेकर पिछले तीन दिनों से इंदौर रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं है। स्थिति यह है कि सामान्य श्रेणी के यात्री भी स्लीपर और इकोनामिक एसी कोच में बिना रोक-टोक सफर कर रहे हैं।
इंदौर के बाजारों में भीड़। शनिवार और रविवार को इंदौर से रवाना हुई ट्रेनों में विकट स्थिति थी। ट्रेन आने से पहले ही प्लेटफार्म पर भी क्षमता से अधिक यात्रियों की भीड़ थी। कई यात्री तो ऐसे भी रहे, जो भीड़ के चलते ट्रेन में सवार ही नहीं हो पाए। हालांकि रेलवे ने बेहतर सफर के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी लगाए हैं, लेकिन यह नाकाफी रहे।
रक्षाबंधन पर्व के एक दिन पहले शहर के बाजार गुलजार हो गए। राजवाड़ा के आसपास पुराने बाजार से लेकर माल तक में खरीदी का सिलसिला सुबह से रात तक जारी रहा। यहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ नजर आई। तरह-तरह की राखियों से सजे बाजार में बहनों ने भाई की कलाई पर फबने वाली राखी तो ली ही साथ ही भाइयों ने बहनों को भेंट देने के लिए भी जमकर खरीदारी की।
शहर के पुराने बाजार में तो आलम यह था कि आराम से चलना भी मुश्किल हो रहा था। कपड़े, आभूषण आदि की जमकर खरीदारी हुई। पर्व के एक दिन पहले रविवार की छुट्टी का लोगों ने खरीदारी करते हुए भरपूर उपयोग किया। शहर के प्रमुख मार्गों से लेकर तंग गलियों तक में वाहनों की गुत्थम गुत्था बनी रही। जगह-जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी रही।