Tag: Nishikant Thakur
…ताकि वह ‘खबर’ ही रहे, सनसनी न बने
निशिकांत ठाकुर
औपनिवेशिक काल में सूचना का तंत्र टेलीग्राम और टेलेक्स हुआ करता था और वर्ष 1919 भारतीय शासन अधिनियम पहला कानूनी दस्तावेज था जिसमें...
शीर्ष नक्षत्रों का टकराव टालने में ही देशहित
निशिकांत ठाकुर
पिछले कुछ दिनों से केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच अपनी- अपनी ताकत को लेकर घमासान मचा हुआ है। उसी...
भूख की पीड़ा समझे बिना भुखमरी मिटाना असंभव
निशिकांत ठाकुर
यही तो हमारा संस्कार, हमारी संस्कृति, परंपरा रही है कि समाज का कोई भी व्यक्ति भूखा न रहने पाए। उसे इस प्रकार समझा...
जबरन धर्मांतरण पर रोक जरूरी
निशिकांत ठाकुर
स्वामी रामकृष्ण परमहंस के अनन्यभक्त स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो (अमेरिका) में आयोजित धर्म संसद में कहा था ...."जो धर्म चिरकाल...
कांग्रेस से इतनी खौफजदा क्यों है भाजपा?
निशिकांत ठाकुर
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना दिसंबर 1885 में हुई और इसका पहला सम्मेलन बंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में हुआ, जहां देशभर...
बेरोजगारी की मार… कब आएगी बिहार में बहार
निशिकांत ठाकुर
बिहार के युवाओं की बेरोजगारी से बदहाली यह सोचने के लिए मजबूर करती है कि आखिर अंग्रेजों की गुलामी से भारत के सभी...
Guest Column : ‘गेम चेंजर’ न बन जाए कांग्रेस की ‘भारत...
निशिकांत ठाकुर
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी रहे गोपाल कृष्ण गोखले महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ ही मंझे हुए राजनीतिज्ञ भी थे। राष्ट्रपिता...
देश की हर सीमा की पुख्ता सुरक्षा जरूरी
निशिकांत ठाकुर
पिछले सप्ताह दिल्ली में आहूत एक बैठक में जम्मू-कश्मीर संभाग की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कहा...
Guest Column : क्या गुल खिलाएंगे चांद पर थूकने वाले कांग्रेसी!
निशिकांत ठाकुर
जब जहाज डूबने लगता है तो सबसे पहले चूहे भागना शूरू करते हैं। यह कहावत आजकल कांग्रेस पार्टी पर पूरी तरह चरितार्थ हो...
Guest Column : बताने की नहीं, आजमाने की चीज होती है...
निशिकांत ठाकुर
बीबीसी टेलीविजन पर पिछले दिनों एक पुराने प्रेस कॉन्फ्रेंस को देखने—सुनने का अवसर मिला। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयोजक के अतिरिक्त तीन धुरंधर ब्रिटिश...