टाटा पावर-डीडीएल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पतंगबाजी के मद्देनज़र सावधानी बरतने की सलाह जारी

टाटा पावर-डीडीएल जिम्मेदार डिस्कॉम होने के नाते अपने उपभोक्ताओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है और पतंग उड़ाते समय सतर्क रहने की सलाह देती है। डिस्कॉम इस मकसद से सोशल मीडिया कैम्पेनों के जरिए उन्हें जागरूक बना रही है ताकि वे सुरक्षित ढंग से स्वतंत्रता दिवस समारोहों का आनंद उठा सकें।

नई दिल्ली। देशभर में स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाने की तैयारियां चल रही हैं और इस मौके पर पतंगबाजी के मद्देनज़र, राजधानी दिल्ली में नॉर्थ एवं नॉर्थ वेस्ट दिल्ली की अग्रणी पावर यूटिलिटी टाटा पावर-डीडीएल ने, जो कि करीब 2 मिलियन उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई करती है, सुरक्षा और सावधानी बरतने की सलाह जारी की है। टाटा पावर-डीडीएल ने लोगों से पतंग उड़ाते समय बिजली के खंभों, तारों और अन्य संस्थापनाओं से सुरक्षित दूरी बनाकर रखने को कहा है क्योंकि ऐसा नहीं करने पर बिजली सप्लाई बाधित होने के साथ-साथ दुर्घटनाओं की भी आशंका बढ़ जाती है।

पतंग उड़ाने के लिए मेटल-कोटिंग वाला मांझा बिजली की तारों के संपर्क में आने पर उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही, यह बिजली का सुचालक होने के कारण, कई तरह की दुर्घटनाओं का भी कारण बन सकता है। इसकी वजह से बिजली के झटके भी लग सकते हैं। किसी इलाके में 33/66 KV क्षमता की एक ओवरहेड पावर लाइन के बाधित होने/टूटने से लगभग 10,000 बाशिन्दों की पावर सप्लाई में बाधा आ सकती है जबकि 11 KV क्षमता की लाइन से 2,500 बाशिन्दों की बिजली बाधित होती है।

टाटा पावर-डीडीएल ने उपभोक्ताओं को पंतगबाजी के लिए मांझे की जगह कॉटन या किसी भी नैचुरल फाइबर से तैयार डोरी का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। ऐसा करना सरकारी विनियमनों तथा बिजली नेटवर्क की सुरक्षा के भी अनुरूप है।

आम जनता को जागरूक बनाने तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, टाटा पावर-डीडीएल ने अपनी आउटरीच बढ़ायी है और अपने वितरण इलाके में जेजे बस्तियों तथा पुनर्वास कालोनियों में करीब 200,000 घरों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के 1000 ABHA सदस्यों तथा सोशल इंपैक्ट ग्रुप (SIG) ने लोकल कम्युनिटीज़ को बिजली संबंधी सुरक्षा के बारे में जागरूक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के अलावा, डिस्कॉम ने सुरक्षित तरीके से पंतगबाजी करने संबंधी दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं और इस बारे में लीफलेट्स भी बांटे जा रहे हैं ताकि उपभोक्ताओं को पतंगों को उड़ाते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा सके। टाटा पावर-डीडीएल ने सुरक्षित ढंग से पतंगबाजी के बारे में जानकारी देने के लिए रेडियो एफएम की भी मदद ली है ताकि दिल्लीवासियों को इस बारे में जागरूक बनाया जा सके। इसके अलावा, राजधानी के विभिन्न सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में भी स्पेशल जागरूकता सेशंस आयोजित किए जा रहे हैं जिनके जरिए छात्रों को पतंग उड़ाने के खतरों और उनसे निपटने के तौर-तराीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है।

एडवांस्ड डिस्ट्रिब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (ADMS) में उपलब्ध अत्याधुनिक भूस्थानिक (जियोस्पेशियल) तकनीकों की मदद से, टाटा पावर-डीडीएल ने सेवाएं बाधित होने के पुराने आंकड़ों का विश्लेषण कर उन रुझानों को समझने का प्रयास किया है। इनके आधार पर, राजधानी में जहांगीरपुरी, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, किराड़ी, भलस्वा, बुराड़ी, बादली, कराला, वजीरपुर और बवाना जैसे इलाकों में पतंगबाजी के चलते बिजली सप्लाई में रुकावट पहुंचने की काफी संभावना है।

सुरक्षित तरीके से पतंगबाजी के बारे में श्री राजेश बहल, चीफ – ऑपरेशंस एंड सेफ्टी, टाटा पावर-डीडीएल ने कहा, “स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले जश्न में पतंगबाजी सबसे पसंदीदा होती है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पतंगों को उड़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाले मांझे के बिजली की तारों के संपर्क में आने पर उनके टूटने का खतरा बढ़ जाता है। इसके परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं, और यहां तक की दुर्घटनावश मौत भी हो सकती है। इसलिए हम अपने सभी उपभोक्ताओं का आह्वान करते हें कि वे जिम्मेदारीपूर्वक स्वतंत्रता दिवस मनाएं और सुरक्षित रहें।”

पतंग उड़ाते समय सुरक्षित रहने के नुस्खों का पालन करते हुए, बिजली के खतरों से बचा जा सकता हैः

• बिजली के तारों और अन्य संस्थापनाओं से दूर खुले स्थानों को पतंग उड़ाने के लिए चुनें।

• पतंगों को उड़ाने के लिए मांझे का प्रयोग नहीं करें क्योंकि इसकी वजह से बिजली तारों के टूटने और साथ ही, बिजली से जुड़ी दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है।

• अगर कभी पतंग बिजली की तारों में अटक जाए तो उसे निकालने की कोशिश भूलकर भी न करें।

• बच्चों को सुरक्षित तरीके से पतंग उड़ाने की आदतों का पालन करने के बारे बताएं और जब वे पतंगों को उड़ा रहे हों तो उनके आसपास मौजूद रहें।

• इलैक्ट्रिकल नेटवर्क संबंधी किसी भी आपातकालीन परिस्थति उत्पन्न होने या असुरक्षित स्थिति/दुर्घटना की स्थति में, कृपया हमारे टोल फ्री नंबर 19124 से संपर्क करें।

• पतंग उड़ाने संबंधी सुरक्षा उपायों के बारे में और जानकारी के लिए, टाटा पावर-डीडीएल का फेसबुक पेज और X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल देखें।