भारतीय इतिहास में ऐतिहासिक है दिन, 16 जनवरी से हो रहा है कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत

नई दिल्ली। सूर्य उत्तरायण हुए और कोरोना का उत्तरार्ध शुरू हो गया। हम देशवासी इसी सोच के साथ साल 2021 में प्रवेश किए थे कि कोरोना का नामोनिशान मिट जाए। इसके लिए सभी ने प्रयास किया। देश के वैज्ञानिकों और डाॅक्टरों के दिन-रात मेहनत का वह फल आ गया। आज यानी 16 जनवरी को सुबह दस बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत कर रहे हैं। इसको लेकर पूरी तैयारी की जा चुकी है।

लॉन्च के दौरान सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के3000 से अधिक सत्र स्थल वर्चुअल रूप से जुड़े रहेंगे। उद्घाटन के दिन प्रत्येक सत्र स्थल पर लगभग 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा।टीकाकरण कार्यक्रम में को-विन का उपयोग किया जायेगा, जो केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विकसित एक ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म है। को-विनवैक्सीन स्टॉक, भंडारण तापमान और कोविड-19 वैक्सीन के लाभार्थियों की व्यक्तिगत स्थिति की वास्तविक समय पर जानकारी प्रदान करेगा। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म, टीकाकरण सत्रों के संचालन के दौरान सभी स्तरों के कार्यक्रम प्रबंधकों की सहायता करेगा। कोविड-19 महामारी, टीकाकरण की शुरुआत और को-विन सॉफ़्टवेयर से संबंधित पूछ-ताछ के लिए एक समर्पित 24×7 कॉल सेंटर-1075 भी स्थापित किया गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ हर्षवर्धन की अगुवाई में पूरा महकमा लगातार हर राज्य सरकार से लगातार संपर्क में है। जहां किसी प्रकार की कोई जरूरत हो, तो तुरंत उसे पूरा किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री कहते हैं कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास न करें। कई तरह की गलत जानकारियां देने का प्रयास हो रहा है। दोनों वैक्सीन हमारे वैज्ञानिकों ने तैयार की हैं, उन्हें वैज्ञानिक तरीके से जांचने के बाद ही आपातकालीन उपयोग के लिए स्वीकृति दी गई है। दुनिया के सबसे बड़े कोविड के टीकाकरण अभियान की शुरूआत भारत में हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी जी कल सुबह 10 बजे उसकी औपचारिक शुरूआत करेंगे। हमारी पूरी तैयारी है। 3006 स्थानों पर हेल्थ वर्कर्स को कोविड की वैक्सीन मिलनी शुरू होगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण सहित तमाम आला अधिकारी एक-एक तैयारियां का जायजा ले रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते एक महीने से भी अधिक समय से मंत्रालय की ओर से एक नेशनल रैपिड रिस्पांस रूम का गठन किया गया। यहां हर क्षेत्र के विशेषज्ञ आते हैं और अपनी जानकारी साझा करते हैं। सभी के अनुभवों का एक साथ लेकर टीकाकरण अभियान की तैयारी की गई। टीकाकरण अभियान में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए तीन बार ड्ाई रन भी आयोजित किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लगातार इस पर नजर बनाए रखीं।

मंत्रालय के अधिकारी वीडियो के माध्यम से तमाम राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों से संवाद कर रहे हैं। जरूरत पडने पर हर जिले के जिलाधिकारी से भी संपर्क पल भर में हो, इसके लिए पूरी व्यवस्था कर दी गई है। स्वयं प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रधानमंत्री कार्यालय भी लगातार सभी के संपर्क में हैं।