नई दिल्ली। हिंदू सेना ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में दखल याचिका दायर करने के साथ ही कहा कि उसे भी अंजुमन की अपील पर सुनवाई के दौरान हस्तक्षेपकर्ता के रूप में पक्ष रखने का मौका दिया जाए। अंजुमन कमेटी ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे पर रोक लगवाना चाहती है।
ज्ञानवापी मामले पर हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील विष्णु जैन ने कहा कि जो नंदी के सामने तहखाना है उसके लिए और जो वजू स्थान है उसके नीचे जो दीवार है, या ईट, पत्थर है, उसे हटाया जाए और जो दरवाजा है उसके अंदर जाने की इजाज़त दी जाए। यह मांग की है। इस पर कोर्ट अपना आदेश पारित करेगा। ज्ञानवापी मामले पर हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि कमीशन की कार्रवाई में जो शिवलिंग मिला है उसको मलबे से ढक दिया गया है। 3-4 फीट ही दिखाई दे रहा है। हम लोगों की संभावना है की वो और नीचे है। मलबे को हटाकर और दरवाजे को खोलकर स्पष्ट शिवलिंग की रिपोर्ट आ जाए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला कोर्ट में चल रहा है। अभी उसपर कुछ भी कहना सही नहीं है। ये जो नए-नए मुद्दे निकल रहे हैं, यह देश के लिए अच्छा नहीं है। यह हमारे देश के लोकतांत्रिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए है।
इस संदर्भ में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। सर्वे भी कराया जा रहा है। अभी कुछ कहना ठीक नहीं है लेकिन ज्ञानवापी नाम से लगता है कि कोई हिंदू संस्था है क्योंकि ये हिंदू शब्द है। बाकि सारे बातों का अवलोकन कोर्ट कर रही है और देश को भरोसा है कि ठीक फैसला आएगा।