भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी छवि लोगां के बीच मामा की ही रखना चाहते हैं। अब जब मुख्यमंत्री निवास छोड़कर वो अन्य सरकारी आवास में आ गए हैं, तो उन्होंने इसका नाम मामा जी का घर ही रखा है।
स्वयं शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि कहीं ना कहीं कोई बड़ा उद्देश्य होगा यार…, कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है। लेकिन वह किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है।
ये चिंता मत करना। मेरी जिंदगी आपके लिए है, जनता-जनार्दन के लिए है, बेटा-बेटियों के लिए है, मेरी बहनों के लिए है।
मेरे प्यारे बहनों-भाइयों और भांजे-भांजियों,
आप सबसे मेरा रिश्ता प्रेम, विश्वास और अपनत्व का है।पता बदल गया है, लेकिन "मामा का घर" तो मामा का घर है। आपसे भैया और मामा की तरह ही जुड़ा रहूँगा। मेरे घर के दरवाजे सदैव आपके लिए खुले रहेंगे।
आपको जब भी मेरी याद आये या मेरी जरूरत… pic.twitter.com/P9ys9MWzah
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 3, 2024
इस धरती पर इसलिए आया हूं मैं, तुम्हारी जिंदगी से दुख दर्द दूर करने, आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा, जिंदगी जितनी बेहतर बनेगी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। दिन और रात उसके लिए काम करेंगे।
अभी हमारा पता है, बी-8, 74 बंगला; उसका नाम हमने रख दिया, मामा का घर।