आज यानी 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जा रही है. इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसको लेकर अब राजनीति शुरू हो चुकी है.टीएमसी नेता मदन मित्रा ने इस कार्यक्रम को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा और कहा की मुझे बताया गया है कि (आरएसएस प्रमुख) मोहन भागवत ने एक बयान में कहा था कि आरएसएस नेताजी (सुभाष चंद्र बोस) के बताए रास्ते पर चल रहा है।
Burdwan, WB | I am told that (RSS chief) Mohan Bhagwat told in a statement that RSS is following the path of Netaji (Subhash Chandra Bose). Throughout his life, Netaji never tried to prove that he is Bengali. Mohan Bhagwat is a 'kalank' to use Netaji's name:TMC leader Madan Mitra pic.twitter.com/Nt9Uu7n0Js
— ANI (@ANI) January 23, 2023
अपने पूरे जीवन में नेताजी ने कभी यह साबित करने की कोशिश नहीं की कि वे बंगाली हैं। मोहन भागवत नेताजी के नाम का उपयोग करने के लिए एक ‘कलंक’ है। नेताजी ने कहा, ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ और वे (आरएसएस-भाजपा) लोगों से कह रहे हैं कि ‘हमें देश भर में दंगे कराने के लिए खून चाहिए।’ मैं बंगाल के लोगों से मोहन भागवत के इन प्रेरित, दुर्भावनापूर्ण बयानों के खिलाफ खड़े होने की अपील करता हूं. बता दे मोहन भागवत ने आज कार्यकर्म के दौरान कहा था की उनके(सुभाष चंद्र बोस) युद्ध कौशल का क्या वर्णन करना। वो तो जगत प्रसिद्ध है। जिनके साम्राज्य पर सूर्यास्त नहीं होता, ऐसे लोगों के लिए एक नई सेना बनाकर उन्होंने चुनौती खड़ी की और भारत के दरवाजे पर दस्तक दी.समय का भाग्य चक्र अगर सीधा चलता तो नेताजी भारत के अंदर प्रवेश करके बहुत आगे आ चुके होते। यहां रहकर यहां के स्वतंत्रता के लिए प्रयास करने वालों से मिलन होता और भारत बहुत पहले स्वतंत्र हो गया होता।
Netaji said, 'Give me blood, I will give you freedom' and they (RSS-BJP) are telling people that 'we want blood for organising riots across the country'. I appeal to the people of Bengal to arise against these motivated, malafide statements of Mohan Bhagwat:TMC leader Madan Mitra pic.twitter.com/y7POaXhgoO
— ANI (@ANI) January 23, 2023